जम्मू, । पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर जिस दिन से अनुच्छेद 370 की बेड़ियों से मुक्त हुआ उसी दिन से ही केंद्र शासित प्रदेश का सफलता की ऊंचाईयों की ओर बढ़ना तय था। प्रदेश की अर्थव्यस्था बढ़ाने की बात हो या फिर स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने की। हरेक क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देश पर केंद्र सरकार के प्रतिनिधि कदम से कदम मिलाकर प्रदेश सरकार के साथ आगे बढ़ते रहे। वर्ष 2021 में जम्मू-कश्मीर में कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम भी हुए। पेश हैं उनके कुछ अंश:
जनवरी :
जनवरी महीने में जिला विकास परिषद के चेयरमैन चुनने की राजनीति हावी रही। भाजपा जिला विकास परिषद चुनाव में 75 सीटें जीतकर सबसे मजबूत रही। इस महीने में विपक्षी दलों ने भी विधानसभा चुनाव जल्द करवाने की मांग को लेकर मोर्चा खोला। साल के पहले महीने में पर्यटन, सड़काें, बुनियादी ढांचे की पड़ताल करने के लिए 31 सदस्यीय संसदीय कमेटी कश्मीर के तीन दिवसीय दाैरे पर पहुंची।
नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान फारूक अब्दुल्ला समेत पार्टी के तीन सांसदों ने दिल्ली में परिसीमन आयोग की बैठक का बहिष्कार कर प्रदेश की सियासत को गर्मा दिया। भाजपा ने इसे लोगों की आवाज दबाने की साजिश करार दे नेकां के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।