- नई दिल्ली। भारत सरकार ने अफगानिस्तान के हालात को लेकर गुरुवार को एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी दलों को अफगानिस्तान के हालात को लेकर जानकारी दी। बैठक में विदेश मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान में हालात बहुत ही नाजुक थे और भारत की प्राथमिकता अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित निकालने की थी।
विदेश मंत्री ने कहा कि बैठक में सभी दलों के नेताओं ने अपनी बात रखी और उन्होंने सभी की बात का जवाब दिया। विदेश मंत्री ने कहा कि बैठक में राष्ट्रीय एकजुटता दिखाई दी। विदेश मंत्री ने बैठक में नेताओं को बताया कि तालिबान के राजधानी काबुल पर कब्जे के बाद केंद्र सरकार वहां पर फंसे हुए सभी भारतीयों को वहां से निकालने के लिए सब कुछ कर रही है।
बहुत सारे लोगों को निकाला जाना बाकी- जयशंकर
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत भारत ने काबुल से लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए अब तक छह फ्लाइट चलाई हैं। उन्होंने कहा हालांकि अभी भी कई सारे भारतीयों को अफगानिस्तान से निकाला जाना बाकी है क्योंकि बहुत सारे लोग उड़ान के समय तक वहां नहीं पहुंच सके। उन्होंने कहा हम सभी को वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। हमने बहुत सारे अफगान लोगों को भी निकाला है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में भारतीय विदेश मंत्री ने कहा “सरकार जल्द से जल्द पूर्ण निकासी सुनिश्चित करने के लिए बहुत दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि वहां की स्थिति को देखते हुए वहां पर होने वाले अंतरराष्ट्रीय फैसलों में हमारा क्या रोल होता है।
अफगानिस्तान सेल गठित
एएनआई के सूत्रों के हवाले से बताया है कि सर्वदलीय बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं से विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान के हालात पर जानकारी भी साझा की है जिसमें बताया है कि हिंसा-ग्रस्त देश में फंसे भारतीयों को वापस अपने देश लाने के लिए 24*7 स्पेशल अफगानिस्तान सेल गठित की गई है।