शहादत दिवस पर गांधी मूर्ति का माले महासचिव ने किया लोकार्पण
अरवल। शनिवार को महात्मा गाँधी के शहादत दिवस पर गांधी पुस्तकालय में उनकी मूर्ति व 1942 व 1986 के शहीदों की याद में बनें स्मारक का भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने लोकार्पण किया। आजादी 75 साल अभियान समिति के बैनर तले जिले के शिक्षकों, बुद्धिजीवियों, वकीलों व महागठबंधन के अन्य दलों के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए दीपंकर भट्टचार्य ने कहा कि गांधी पुस्तकालय में आयोजित आज का कार्यक्रम हमारे व पूरे देश के लिए एक नजीर है। जब आज गांधी के विचारों की बार-बार हत्या हो रही है, हम उनके विचारों की मिशाल बनकर उठ खड़े हुए हैं।
जब देश आजाद हुआ, हमने विभाजन की त्रासदी भी देखी थी। उस दौर में गांधी जी विभाजन और सांप्रदायिक माहौल के खिलाफ थे और अनवरत लड़ाई लड़ रहे थे। आरएसएस ने सोचा था कि गांधी जी की हत्या करके आजादी के मूल्यों को कुचल दिया जाएगा और देश में उसी समय अपना बना लेंगे। लेकिन उस समय वे कामयाब नहीं हुए। लेकिन आज दुर्भाग्य से वे लोग सत्ता में हैं और हिंसा व हिंसक विचारों की राजनीति कर रहे हैं।
भाजपा व आरएसएस के लोग हर तरह से गांधी के ऊपर हमला कर रहे हैं। वें देश की साझी संस्कृति-साझी विरासत के इतिहास को बदल देना चाहते हैं। धर्म संसद से मुस्लिमों के जनसंहार का आह्वान किया जाता है। आज देश की गंगा-जमुनी तहजीब, आजादी व संविधान के मूल्य सब खतरे में है। वे भाईचारा व कौमी एकता के सबसे बड़े प्रतीक गांधी जी पर निशाना साध रह हैं।
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि हमें इस प्रतीक को न केवल बचाने का संकल्प लेना है, बल्कि विभाजन व नफरत की राजनीति का मुंहतोड़ जबाव देना है। सरकार के द्वारा आरएसएस के लोगों को स्वतंत्रता सेनानी बताया जा रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव के नाम पर इतिहास के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इसलिए जनता ने भी अभियान चलाने का निर्णय किया है और हरेक शहीद को याद करने का निश्चय किया है। यह अभियान हम पूरे बिहार में चलायेंगे।
सभा संचालन स्थानीय विधायक महानंद सिंह ने किया। सभा में अरवल बस स्टैंड का नामकरण जीवधर सिंह के नाम पर करने सहित चार सूत्रीय प्रस्ताव पारित किया गया। सभा को माले नेता कमलेश शर्मा, पालीगंज विधायक संदीप सौरभ, अरुण सिन्हा, रामबली सिंह यादव, सुदय यादव, राजद के रामईश्वर चौधरी, सीपीआई के दीनानाथ सिंह आदि मौजूद थे।