पटना

अरवल: सोन नदी का जलस्तर बढा, पानी के बीचोबीच फ़ंसे नौ ट्रक और दर्जनों ट्रैक्टर


वाहन चालकों की जिंदगियां लगी दांव पर, जिला प्रशासन बेखबर

अरवल। प्रखंड के सोहसा में सोन नदी का जल स्तर में काफ़ी तेजी से वृद्धि हो रही है। पानी जा जलस्तर बढ़ने से सोहसा बालू घाट पर खनन के लिए बनाए गए सभी रास्ते सोन नदी की धार में बह गए, जिसके कारण नौ ट्रक और बत्तीस ट्रैक्टर सोन नदी में फ़ंसे हुए हैं। इतना ही नही, बताया जा रहा है कि इन वाहनों के चालक भी गाड़ी के साथ फ़ंस गए हैं।

बताया जा रहा है कि गाड़ियों को सोन नदी से निकालने वाले सारे रास्ते बिल्कुल बंद हो चुके हैं। इधर हालात बिगड़ती चली जा रही है, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से इसे लेकर किसी भी तरह का अबतक कोई रेस्क्यू शुरू नहीं किया गया है। ऐसे में एक बड़ी घटना घटित होने का डर बना हुआ है।

दरअसल 3 दिन पूर्व पानी की तेज धार में पांच ट्रैक्टर नदी में समाहित हो गए थे। लेकिन, ना तो जिला प्रशासन द्वारा कोई रेस्क्यू चलाया गया और ना ही बालू ठेकेदारों द्वारा किसी तरह की कोई पहल की गई। कहा जा रहा है कि अभी भी सोन नदी के बीचोबीच 40 से 45 गाड़ियां फ़ंसी हुई है। वहीं धीरे-धीरे नदी का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है, जिससे गाड़ियां डूबने के कगार पर पहुंच चुकी है।

इस बाबत मुकेश कुमार, चंद्रमा चौधारी, विनोद राय और रमेश कुमार आदि वाहन चालकों ने बताया कि इन खतरों के बीच बालू ठेकेदारों द्वारा भी कोई पहल नहीं किया गया है जिसके कारण सभी गाड़ियां बीच मझधार में फ़ंसी हुई है। गाड़ियों के साथ कई जिंदगियां भी पानी के बीचोबीच टापू पर आश्रय लिए हुए हैं। लोग कई दिन से वहां पर भूखे प्यासे हैं।

गाड़ी निकालने के सारे रास्ते धवस्त हो गए हैं। अब जब तक बड़े स्तर पर रेस्क्यू अभियान नही चलाया जाएगा, तबतक ये लोग बाहर नही आ पाएंगे। इधर इस बाबत जिला पदाधिकारी जे प्रियदर्शनी ने कहा कि पानी अभी खतरे के निशान से ऊपर नहीं गया है। जब पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगेगी, तभी कुछ किया जा सकता है।