कोलकाता : बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी फ्लैट से सात देशों की मुद्राएं भी मिलीं थीं। ईडी ने कोर्ट में दाखिल अपने पहले आरोपपत्र में इसका दावा किया है। ईडी ने कहा है कि अर्पिता के फ्लैट से नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, हांगकांग, बांग्लादेश, सिंगापुर व अमेरिका की मुद्राएं बरामद की गई हैं। हालांकि आरोपपत्र में बरामद की गई विदेशी मुद्रा की कुल राशि का जिक्र नहीं किया गया है।
इसके अलावा ईडी ने आरोपपत्र में अर्पिता तथा पार्थ के थाईलैंड में भी संपत्ति होने का अनुमान लगाया है। ईडी ने कहा है कि दोनों कई बार थाईलैंड का दौरा कर चुके हैं। ईडी ने आरोपपत्र में यह भी कहा कि अर्पिता ने सरकारी गवाह बनने के लिए आवेदन किया है।
असली लाभार्थी पार्थ चटर्जी ही :
ईडी के आरोपपत्र में इस बात का दावा किया गया है कि अर्पिता के ठिकानों से बरामद नकदी, आभूषण और विदेशी मुद्रा के असली लाभार्थी पार्थ चटर्जी ही हैं। आरोपपत्र में कहा गया है कि अर्पिता के दक्षिण कोलकाता स्थित डायमंड सिटी साउथ स्थित फ्लैट से 21 करोड़ 90 लाख, बेलघरिया के फ्लैट से 27 करोड़ 90 लाख रुपए नकद बरामद किए गए हैं। वहीं दोनों फ्लैटों से क्रमश: 76.97 लाख और 4. 31 करोड़ के गहने बरामद किए गए हैं।
फिर जेल भेजे गए पार्थ, कल्याणमय, अशोक व शांतिप्रसाद
शिक्षक नियुक्ति घोटाले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी, एसएससी की सलाहकार समिति के सदस्य शांति प्रसाद सिन्हा व अशोक साहा और पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गंगोपाध्याय को बुधवार को अलीपुर कोर्ट स्थित सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश किया गया जहां न्यायाधीश ने सभी पांच अक्टूबर तक जेल हिरासत में भेजने का निर्देश दिया।
इस दिन सीबीआइ ने अदालत में शिकायत की कि पार्थ और कल्याणमय जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। सीबीआइ के वकीलों ने भी पूछताछ के लिए जेल जाने की अनुमति के लिए आवेदन किया, जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी। सीबीआइ ने कोर्ट में यह भी दावा किया कि जमानत मिलने पर पार्थ गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं।