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अविश्वास प्रस्ताव की परीक्षा में पहले भी बड़े अंतर से पास हुए थे मोदी


नई दिल्ली, । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देंगे। लोकसभा में बीते दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई विपक्षी सांसदों ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। पीएम आज विपक्षी नेताओं के सवालों का जवाब देने के साथ अपनी सरकार की उपलब्धियों को भी गिना सकते हैं। 

हालांकि, ये कोई पहली दफा नहीं है जब पीएम मोदी विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देंगे। इससे पहले भी पीएम मोदी इस अग्निपरीक्षा को पास कर चुके हैं। आइए, जानें आखिर इससे पहले विपक्ष पीएम मोदी के खिलाफ कब और क्यों अविश्वास प्रस्ताव लाया था….

2018 में पीएम मोदी के खिलाफ आया था पहला प्रस्ताव

मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष नौ साल में दो बार अविश्वास प्रस्ताव लाया है। पहली बार विपक्ष 2018 में अविश्वास प्रताव लाया था। इस प्रस्ताव पर 11 घंटे तक लंबी बहस चली थी। जिसके बाद मोदी सरकार ने बुहमत साबित कर दिया था। उस समय प्रस्ताव के पक्ष में 126 और विरोध में 325 वोट पड़े थे।

2018 में अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम ने क्या दिया था जवाब

पीएम मोदी ने पिछली बार अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए विपक्ष पर जमकर हमला बोला था। पीएम ने कहा था…

  • किसानों के लिए पिछली सरकार ने कुछ नहीं किया- पीएम ने भाषण के दौरान कांग्रेस की पूर्व यूपीए सरकार पर कई कटाक्ष किए थे। पीएम ने कहा था कि हमने किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य देढ़ गुना किया, जब्कि पिछली सरकार ने किसानें के लिए कुछ नहीं किया।
  • सालों से अटके काम किए पूरेः पीएम ने कहा था कि भाजपा की केंद्र सरकार ने पिछली सरकारों के अटके कामों को पूरा करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि वन रैंक वन पैंशन हो या जीएसटी कांग्रेस ने केवल राजनीति की, लेकिन भाजपा सरकार ने बिना डरे इसे लागू किया।
  • राहुल पर साधा निशाना- पीएम ने इस बीच राहुल पर भी निशाना साधा था। पीएम ने भाषण के दौरान कहा कि राहुल को मेरी सीट पर पहुंचने की बहुत जल्दी है, लेकिन उसके लिए कुछ काम करना पड़ता है, तभी देश की जनता यहां पहुंचाती है। दरअसल, राहुल अपने भाषण के दौरान पीएम से गले मिलने उनकी सीट पर जा पहुंचे थे, जिसपर पीएम ने निशाना साधा था।
  • 2019 चुनाव के नतीजे पहले ही कर दिए थे घोषित- पीएम ने अपने भाषण के दौरान ही 2019 के चुनावी नतीजों पर भविष्यवाणी कर दी थी। पीएम ने कहा था कि विपक्ष यह प्रस्ताव तो छोड़े, वो अगला चुनाव भी हारने जा रहा है।