अन्तर्राष्ट्रीय

ईरान ने परमाणु समझौते का फिर किया उल्लंघन,


तेहरान। ईरान ने साल 2015 के परमाणु समझौते का एक और उल्लंधन किया है। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी ने बताया कि निरीक्षकों ने ईरान के यूरेनियम धातु का उत्पादान शुरू कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने सदस्य देशों को बताया कि उनके निरीक्षकों ने आठ फरवरी को इस बात की पुष्टि करते हुए कहा था कि 3.6 ग्राम यूरेनियम धातु का ईरान के इस्फहान संयंत्र में उत्पादन किया गया है।

यूरेनियम धातु का उपयोग परमाणु बम बनाने के लिए भी होता है

यूरेनियम धातु का उपयोग परमाणु बम बनाने के लिए भी किया जा सकता है और इसके उत्पादन पर शोध परमाणु समझौते के तहत विशेष रूप से निषिद्ध है। अमेरिका के 2018 में परमाणु समझौते से अलग होने के बाद से ईरान की राजधानी तेहरान ने कई बार इस समझौते का उल्लंघन किया है।

ईरान ने इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी ने पिछले साल दिसंबर में कहा था वह रिसर्च के उद्देश्य से यूरेनियम (Iran Uranium) उत्पादन करने की योजना बना रहा है, लेकिन अब कई देशों ने इस पर चिंता जाहिर की है। ईरान यूरोनियम उत्पादन करने की अपनी योजना को लेकर लगातार आगे बढ़ रहा है। बता दें कि पश्चिमी दबाव के बावजूद ईरान ने वर्ष 2015 में हुई परमाणु संधि का उल्लंघन किया।

इससे पहले ईरान ने साल 2019 में ही अमेरिका द्वारा लगाए प्रतिबंधों के जवाब में कई बार इस संधि के नियमों का उल्लघंन किया था। दरअसल, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में यूएस ने अपने आपको इस संधि से अलग कर करते हुए ईरान पर प्रतिबंध लगा दिए थे। इसके बाद से ही ईरान ने इस संधि के कई नियमों के खिलाफ जाकर अपनी परमाणु गतिविधियों अंजाम दिया।

माना जा रहा है कि जो बाइडन के यूएस राष्ट्रपति बनने के बाद से ईरान लगातार कोशिश कर रहा है कि अमेरिका दोबारा से इस संधि में खुद को शामिल करे। वहीं पिछले दनों ईरान ने अपने परमाणु वैज्ञानिक की हत्या का आरोप इजरायल पर भी लगाया था। साथ ही कहा था कि वह एक यूरेनियम मेटल प्लांट खोलेगा।