पटना

उत्तर बिहार में बारिश-ठनका ने ली 5 की जान


पटना (आससे)। उत्तर बिहार के जिलों में गुरुवार देर रात से जारी बारिश और शुक्रवार को हुई ओलावृष्टि से किसानों पर चौतरफा मार पड़ी है। ओलावृष्टि और तेज हवा के कारण रबी फसल को क्षति होने के साथ-साथ तापमान में काफी कमी आई है। तेज हवा के कारण बेतिया, मोतिहारी, मधुबनी सहित कई शहरों में देर रात से बिजली गायब हो गई। पश्चिमी व पूर्वी चम्पारण में ठनका से चार लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए।

पश्चिम चम्पारण के मझौलिया प्रखंड के अमवामझार के फरवा वार्ड 7 में ठनका से एक महिला व एक बच्चे की मौत हो गई। उधर, बगहा-1 के सिंगारी गांव में विंध्यवासिनी साह की पत्नी निर्मला देवी घायल हो गई। इधर, पूर्वी चम्पारण के पकड़ीदयाल थाने की बडक़ागांव पंचायत के ठीकहां गांव में शुक्रवार की दोपहर ठनका गिरने से महिला व बच्ची की मौत हो गई, वहीं दो बच्चों समेत तीन लोग जख्मी हो गए। शिवहर के तरियानी प्रखंड के माधोपुर छाता गांव में तेज आंधी व बारिश में घर की दीवार गिरने से एक आठ वर्षीय बच्ची की मौत हो गई।

पश्चिम चम्पारण जिले में गुरुवार शाम से बूंदाबांदी शुरू हुई। रात के बाद शुक्रवार को दिन में रुक-रुक कर अच्छी बारिश हुई। बगहा, चौतरवा, मझौलिया समेत कई प्रखंडों में ओले पड़े। यहां फसलों को क्षति हुई। खासकर तेलहन, दलहन और दाना ले रहे गेहूं की फसल को ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचा है। तेज हवा और ठनका गिरने से जिले में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से चरमरा गई है। चुहड़ी में एक दर्जन पोल उखड़ गए। जगह-जगह ब्रेकर उड़ गए और इंसुलेटर पंचर हो गया। यह स्थिति जिले ड्टार की रही। आधा दर्जन जगहों से पेड़ गिरने और टीन के छप्पड़ उडऩे की सूचना है।

मधुबनी में बीते 20 घंटे से जिले के शहरी से ग्रामीण इलाके तक लगातार तेज हवाओं के साथ रुक-रुक कर बारिश हो रही है। गुरुवार रात बारह बजे के बाद अचानक मौसम में बदलाव हुआ। आसमान मे घना बादल छाने के साथ ही गरज के साथ तेज बारिश शुरु हुई,सुबह पांच बजे तक जारी रही। इसके बाद सुबह से तेज हवाओं के साथ रुक-रुक बारिश हो रही है। तेज बारिश में जिले में कई स्थानों में ठनका गिरने की बात सामने आयी है लेकिन कहीं जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। खजौली में कुछ घरों के छप्पर उड़ गए और एक घर की दीवार गिर गई।

दरभंगा में शुरू हुई बारिश और तेज पुरबा हवा से जनजीवन बेहाल हो गया। शुक्रवार को तेज हवा के साथ रुक-रुककर बारिश हुई। बारिश से बाजार में जगह-जगह कीचड़ व जलजमाव हो गया है। सरस्वती पूजा के प्रसाद व सजावट की सामग्री खरीदने के लिए लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। बारिश के कारण मूर्तिकारों को मूर्ति की सुरक्षा व सही समय पर रंग-रोगन पूरा करना मुश्किल हो रहा है। बारिश व तेज हवा से सरसों की फसल गिरने से किसानों को काफी क्षति हुई है।

समस्तीपुर जिले में तेज हवा व बादलों की गरज के साथ पूरे जिले में बारिश हुई। गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक बारिश हुई। शुक्रवार को दिन में कुछ देर के लिए धूप निकली, लेकिन एक बजे के बाद पुन: बारिश शुरू हुई। इस दौरान दलसिंहसराय में ओले गिरे।

मोतिहारी में शुक्रवार सुबह हुई ओलावृष्टि व बारिश से रबी फसल को  नुकसान हुआ है। इससे दलहन, तेलहन व गेहूं फसल शामिल है। मौसम में बदलाव से सुबह दस बजे के करीब दिन में ही अंधेरा छा गया। फिर बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गयी। मोतिहारी शहरी क्षेत्र सहित हरसिद्धि प्रखंड के गायघाट सहित अन्य जगहों पर ओलावृष्टि से खेत व सडक़ पट गये। अरेराज के मलाही,गोविन्दगंज इलाके में ओलावृष्टि हुई है। मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार, जिले में 15 मिलीमीटर वर्षापात रिकॉर्ड किया गया है। इधर डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने फसल क्षति को लेकर सीओ से रिपोर्ट तलब की है। सीतामढ़ी में शुक्रवार को तेज आंधी के साथ बारिश हुई। लगभग 35 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चली।