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कांग्रेस का सरकार पर हमला, कहा- बेवजह के मुद्दे गढ़ने की बजाय सभी का टीकाकरण करवाए सरकार


  • नई दिल्ली। कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी कोविड-19 टीके की दोनों खुराकें ले चुकी हैं तथा सरकार बेवजह के मुद्दे गढ़ने की बजाय सभी भारतीय नागरिकों का टीकाकरण करने के राजधर्म का पालन करना चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने टीके की पहली खुराक ले ली है और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कोविड से पूरी तरह सेहतमंद होने के बाद चिकित्सकों की सलाह पर टीका लगवाएंगे। उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब भाजपा कई नेताओं की तरफ से सवाल किया गया कि क्या सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने टीके लगवाए हैं।

80 लाख से एक करोड़ लोगों को टीकाकरण की जरूरत
सुरजेवाला ने बताया, फिजूल के मुद्दे गढ़ने की बजाय मोदी सरकार को रोजाना 80 लाख से एक करोड़ भारतीय नागरिकों को टीका लगवाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए ताकि 31 दिसंबर, 2021 तक 100 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य पूरा हो सके। उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, कोरोना वायरस की दूसरी लहर में भारत के लोगों को निराश करने के बाद इस सरकार का यही राजधर्म बनता है कि वह सभी लोगों का टीकाकरण करवाए। कांग्रेस महासचिव ने कहा, हर्षवर्धन भारत के स्वास्थ्य मंत्री हैं और उन्हें यह जानना चाहिए कि कांग्रेस अध्यक्ष कोविडशील्ड की दो खुराकें ले चुकी हैं। उन्होंने बताया, राहुल गांधी को 16 अप्रैल, 2021 को टीका लगवाना था।

सुरजेवाला का आरोप
हल्के फ्लू के लक्षण दिखने के बाद उनकी जांच हुई और फिर 18 अप्रैल को उनके कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। पूरी तरह सेहतमंद होने के बाद और चिकित्सकों के परामर्श के मुताबिक वह टीका लगवाएंगे। सुरजेवाला ने यह जानकारी भी दी कि प्रियंका गांधी ने टरीके की पहली खुराक ले ली है। उन्होंने कहा, इसके बाद 28 मार्च को उनके पति (रॉबर्ट वाद्रा) कोरोना से संक्रमित हो गए और वह भी संपर्क में आई थीं। वह और उनके पति टीकाकरण के लिए जरूरी अनिवार्य अवधि के बीतने के बाद अब टीका लगवाएंगे। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार और स्वास्थ्य मंत्री देश में कोरोना के व्यापक कुप्रबंधन के लिए जिम्मेदार हैं। सुरजेवाला ने कहा, टीकाकरण को लेकर पिछले छह महीनों में स्वास्थ्य मंत्री और सरकार के ‘व्यापक कुप्रबंधन’ के कारण सिर्फ 3.51 फीसदी आबादी का टीकाकरण हो पाया है।