News TOP STORIES नयी दिल्ली राष्ट्रीय

कांग्रेस में पद्म सम्मान पर जारी रार में उठ रहे सवाल,


नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण दिए जाने को लेकर पार्टी में चल रही अंदरूनी रार थमती नजर नहीं आ रही। आजाद पर कटाक्ष करने वाले नेताओं को आड़े हाथ लेने के बाद पार्टी नेताओं का एक खेमा इस मामले में पार्टी में दोहरे मापदंड को लेकर भी अंदरखाने सवाल उठाने लगा है। उनका कहना है कि आजाद को पद्म सम्मान अगर गले से नहीं उतर रहा है तो बीते दो वर्षों के दौरान भाजपा सरकार ने जब तरुण गोगोई और एससी जमीर को पद्म भूषण से नवाजा तो कांग्रेस ने इसका स्वागत क्यों किया। इतना ही नहीं, पार्टी का यह खेमा नरसिंह राव और मनमोहन सिंह सरकार के दौरान विपक्षी दिग्गज अटल बिहारी वाजपेयी, मोरारजी देसाई से लेकर ब्रजेश मिश्र को पद्म पुरस्कार देने का हवाला देकर आईना भी दिखा रहा है।

जयराम रमेश ने कसा था बेहद तीखा तंज

गुलाम नबी आजाद को देश के तीसरे सर्वोच्च सम्मान पद्म भूषण दिए जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बेहद तीखा तंज कसते हुए उन पर सीधा निशाना साधा था। माकपा के दिग्गज और बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के पद्म पुरस्कार लेने से इन्कार की खबरों पर ट्वीट करते हुए जयराम ने कहा था, ‘बुद्धदेव ने सही किया, उन्होंने गुलाम होने के बजाय आजाद रहना पसंद किया।’

कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं के समूह की अगुआई करने वाले आजाद पर साधे गए इस निशाने के बाद जी-23 के नेताओं ने बुधवार को सीधे पलटवार किया। राज्यसभा में पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा, वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल, पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार और शशि थरूर जैसे नेताओं ने जयराम को आडे़ हाथों लेते हुए आजाद को सम्मानित किए जाने को सही ठहराया। इस विवाद के बावजूद कांग्रेस की ओर से अभी तक किसी तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई है।

गुलाम नबी आजाद पर सवाल उठाना कांग्रेस का दोहरे मानदंड का संकेत

पार्टी के कई नेताओं का मानना है कि कांग्रेस का यह रुख दोहरे मानदंड की ओर इशारा करता है। मोदी सरकार की ओर से आजाद को पद्म भूषण से सम्मानित किए जाने के पीछे अगर राजनीतिक मंशा की आशंका नजर आ रही है तो फिर तरुण गोगोई और एससी जमीर को सम्मानित किए जाने पर नजरिया अलग क्यों रहा। असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेसी दिग्गज तरुण गोगोई को 2021 में मोदी सरकार ने मरणोपरांत पद्म भूषण से नवाजा था तो नगालैंड के पूर्व मुख्यमंत्री व दिग्गज कांग्रेस नेता एससी जमीर को 2020 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था।