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- कोविड को लेकर दो वर्ष नहीं के बराबर पहुंच सके थे छठव्रती
- सुरक्षा से लेकर अन्य सुविधाओं की है व्यवस्था
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बिहारशरीफ (नालंदा)। द्वापरकालीन सूर्य नगरी बड़गांव और औंगारी धाम में रविवार से ही छठ का अनुष्ठान करने नालंदा, नवादा, शेखपुरा, जमुई, जहानाबाद समेत अन्य दूर दराज के जिलों के साथ हीं पड़ोसी राज्य झारखंड से व्रती पहुंचने लगे हैं। तालाब के चारों तरफ रहने के लिए तम्बूलगा रहे हैं। जबकि, दर्जनों लोग निजी मकान में कमरे किराए पर लेकर पांच दिनों तक भगवानभास्कर की आराधना करेंगे। नगर पंचायत की तरफ से घाट की सफाई, बिजली और पानी कीव्यवस्था की जा रही है।
मान्यता है कि यहां छठ करने से मुरादें पूरी होती है। यही वजह है कि काफी संख्या में लोग यहां छठ करने पहुंचते है। हालांकि कोविड के कारण 2019 व 2020 में दो साल तक नहीं के बराबर लोग यहां बाहर से छठ करने आये थे। हालांकि इस वर्ष काफी संख्या में लोगों के आने की संभावना है।
बड़गांव में छठ व्रत के दौरान सोमवार से 200 अस्थाई दुकानें भी सज जाएंगी। जहां व्रतियों को फल, प्रसाद से लेकर अन्य सामान उपलब्ध रहेंगे।प्रसाद बनाने के लिए आम की लकड़ी से लेकर मिट्टी का चूल्हा व बर्तन भी मिलेगा। भीड़-भाड़ को देखते हुए तालाब परिसर के पास कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। उसके बगल में दोमेडिकल टीमें अलग-अलग शिफ्ट में तैनात रहेंगी। हर टीम में एक डॉक्टर, दो एएनएम, एक पारामेडिकल वर्कर व एक एम्बुलेंस रहेगी।
चिकित्सा पदाधिकारी डॉ॰ उमेश चंद्रा ने बताया कि सिलाव अस्पताल को भी छठ पूजा के दौरान अलर्ट मोड में रखा गया है। बड़गांव पधारे व्रतियों की सुविधा के लिए तालाब परिसर के चारों कोना के पास एक-एक चेंजिंगरूम बनाया जाएगा। इसके साथ ही 150 अस्थाई व दो चलंत शौचालय रहेंगे।