(आज समाचार सेवा)
पटना। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर राजधानी के सभी घाटों पर श्रद्घालुओं ने डूबकी लगायी। श्रद्घालु रात के एक बजे से ही गंगा स्नान करने लगे। श्रद्घालु गंगा स्नान करने के बाद घाटों पर पूजा-अर्चना की। श्रद्घालुओं की भीड़ देखने लायक थी। राजधानी के गांधी घाट, काली घाट, बालू घाट, भद्र घाट सहित अन्य घाटों पर भीड़ सबसे ज्यादा देखने को मिली। इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने तैयारी पहले से ही पूरी कर ली। गंगा स्नान करने वाले श्रद्घालुओं के लिए घाट पर अच्छी व्यवस्था रही। कोई भी श्रद्घालुओं को दिक्कते न हो, इसके लिए पुलिस-प्रशासन अपनी ओर से व्यवस्था में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। महिलाओं के लिए चेजिंग रूम बनाया गया। वहीं पूरे घाटों पर पुलिस प्रशासन के साथ-साथ स्ट्रीमर पर एनडीआरएफ की टीम का तैनाती की गयी।
इसके साथ ही खतरे के निशान के पार किसी भी श्रद्घालुओं को जाने नहीं दिया। इसके लिए माइक के माध्यम से बार-बार घोषणा की जा रही थी। इसके साथ घाट के रास्ते से लेकर घाट तक रौशनी से जगमगाती रही। घाट एवं उसके रास्ते तक मेला जैसा नजारा दिखा। लोगों ने गंगा स्नान करने के बाद खरीदारी की।
रात एक बजे के बाद गंगा में होने लगा स्नान
श्रद्घालु गंगा में रात एक बजे के बाद डूबकी लगायी। जो श्रद्घालु दूर-दराज से आये थे। वो लोग कार्तिक पूर्णिमा घूसते ही डूबकी लगाना शुरू कर दिया। क्योंकि, जैसे-जैसे समय गुजर रहा था, भीड़ बेकाबू हो रहे थे। इसके बाद सुबह के पांच बजे से पहले ही अपने घर की ओर रूख करना शुरू कर दिया। सभी को पता है कि इस पूर्णिमा में भीड़ सबसे ज्यादा रहती है। इसलिए,अन्य जिलों से आये हुए श्रद्घालुओं सुबह में ही घर चले पड़े।
जलेबी एवं लाई की खूब हुई खरीदारी
घाट पर जलेबी,लाई, मुरब्बा सहित अन्य समानों की खूब बिक्री हुई। सभी घाटों पर अस्थायी दुकान लगाये गये। दुकानदार सतीश कुमार ने बताया कि कुछ घंटों के मेले में श्रद्घालुओं ने जमकर खरीदारी की। बाजार अच्छी रही। सबसे ज्यादा बिक्री जलेबी और लाई की रही। जितने भी श्रद्घालु गंगा स्नान करने के बाद सभी श्रद्घालु कुछ न कुछ जरूर खरीदे। भीड़ बेकाबू रही। उम्मीद से ज्यादा भीड़ देखने को मिली। उन्होंने बताया कि दिन दस बजे तक भीड़ देखने को मिली। क्योंकि, अन्य जिलों के श्रद्घालु सुबह में ही चले पड़े। लेकिन, राजधानी के लोग देर सबेर पहुंचे। इसलिए, दस बजे तक अच्छी भीड़ देखने को मिली।
पुलिस रही हलकान
गुरूवार की रात से पुलिस प्रशासन सभी घाटों पर तैनाती की गयी। लेकिन, शुक्रवार को जैसे-जैसे सूर्य की किरण निकल रहे थे, वैसे-वैसे भीड़ की जुटान बढ़ रहे थे। घाटों पर भीड़ उमड़ रही थी। यह नजारा एक घाट पर नहीं बल्कि सभी घाटों पर देखने को मिल रही थी। पुलिस-प्रशासन की भीड़ को नियंत्रण करने में परेशान छूट रहा था। बार-बार माइक के माध्यम से श्रद्घालुओं को जल्द से जल्द गंगा स्नान करने के बाद घाट से बाहर निकलने के लिए बोल रहे थे। हालांकि, श्रद्घालु इस बात को समझ रहे थे कि धीरे-धीरे भीड़ बढऩे को है। इसलिए श्रद्घालु जल्द से जल्द घाट से निकलने की कोशिश भी कर रहे थे। श्रद्घालु भी पुलिस प्रशासन की बात मान रहे थे।
एनडीआरएफ की टीम रही तैनात
रात से ही घाटों पर स्ट्रीमर पर एनडीआरएफ की टीम तैनात रही। राजधानी के सभी घाटों पर एनडीआरएफ की टीम मुस्तैद रही। रात में किसी को भी गंगा में उतरने के अनुमति नहीं दी। जो श्रद्घालुओं गहरे पानी में स्नान करने जा रहे थे, उनको माइक के माध्यम से रोके जा रहे थे। बार-बार एलाउंस कर रहे थे कि ज्यादा गहरे पानी में स्नान न करे। कुछ घाटों पर बैनर पर लिखा दिखा कि ज्यादा पानी में न जाएं। सभी घाटों पर एनडीआरएफ की टीम की पैनी नजर थी।
सडक़ से लेकर रेलवे स्टेशन तक जाम
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर पूरी राजधानी अस्त-वस्त रही। सुबह से ही राजधानी के सडक़े पूरी तरह से जाम में तब्दील दिखी। राजधानी के मुख्य सडक़े पूरी तरह से जाम में जकड़े रहे। गांधी मैदान के बस स्टैंड एवं पटना जंक्शन पर श्रद्घालुओं की भीड़ सबसे अधिक देखने को मिली। सभी श्रद्घालु अपने-अपने घर जाने के लिए बस एवं टे्रन की इंतजार करते दिखे। बस स्टैंड में बस मिनट-मिनट में यात्रियों से भरते दिखे। क्योंकि यहां यात्री एवं श्रद्घालुओं दोनों की भीड़ रही। वहीं रेलवे स्टेशन की बात की जाएं तो वहां भी अन्य दिनों की तुलना में आज ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही थी। मसौढ़ी, जहानाबाद, पुनपुन के रहने वाले श्रद्घालु टे्रन का इंतजार करते दिखे। वहीं राजधानी के सडक़ो पर भी दो पहिया से लेकर चार पहिया रेंगते दिखे।
सुबह में राजधानी के लोग भी गंगा स्नान करने के लिए आये थे। इस कारण राजधानी के मुख्य सडक़ जाम की स्थिति बनी रही। राजधानी के अशोक राजपथ, गायघाट, पटना जंक्शन, मीठापुर, गांधी मैदान, आलमगंज, गुलजारबाग, महेन्द्रू, बासघाट, मछुआटोली आदि ये सभी सडक़े पर गाडिय़ॉ रेगती दिखी। वहीं जाम से मुक्ति दिलाने के लिए हर चौक-चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गयी थी। जाम छुड़ाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की पसीने छूट दिखते। पटना पुलिस भी अपने जीप के माध्यम से एक जगह से दूसरे जगह जाकर जाम छुड़ाने के लिए पूरी ताकत झोंकी। यह सिलसिला शाम तक चलती रही। क्योंकि गंगा स्नान को लेकर बहुत से लोग घरों से नहीं निकले। इस कारण शाम को भी राजधानी के सडक़ों पर गाडिय़ॉ रेंगती दिखी।
पूर्णिमा पर ट्रेनों का अतिरिक्त ठहराव
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर होने वाली यात्रियों की अतिरिक्त भीड के मद्देनजर पूर्व मध्य रेल द्वारा सोनपुर से गुजरने वाली कई ट्रेनों का छपरा हाजीपुर मुजफ्फरपुर एवं सोनपुर बछवारा बरौनी खंड पर अस्थायी रूप से एक एक मिनट के लिए अतिरिक्त ठहराव प्रदान किया गया। वैसी ट्रेनें जिनका ठहराव सोनपुर में नहीं है उन ट्रेनों का भी आज सोनपुर स्टेशन पर ठहराव प्रदान किया गया ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। 15027 हटिया गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस एवं 13019 हावड़ा काठगोदाम बाघ एक्सप्रेस का सोनपुर छपरा रेलखंड पर प्रत्येक स्टेशन पर ठहराव दिया गया।
इसी तरह हाजीपुर बछवारा रेलखंड पर चलने वाली 05584 अमृतसर बनमंखी एक्सप्रेस का सोनपुर से बरौनी के बीच एवं हाजीपुर मुजफ्फरपुर रेलखंड के मध्य गाड़ी संख्या 15028 गोरखपुर हटिया मौर्य एक्सप्रेस, 05578 दिल्ली दरभंगा स्पेशल एवं 11123 ग्वालियर बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन का सोनपुर एवं मुजफ्फरपुर के मध्य सभी स्टेशनों पर ठहराव प्रदान किया गया। इसी क्रम में दानापुर मंडल के पटना से गया के लिए 03 पैसेंजर स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया गया ।