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बिहार में दवाओं के स्टाक की रियल टाइम होगी मानिटरिंग, तेजस्वी ने अस्पतालों को दिए 17 टास्क


पटना : स्वास्थ्य विभाग ने तमाम जिला अस्पतालों की व्यवस्था को चाक चौबंद करने की दिशा में कवायद शुरू कर दी है। विभाग ने स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के निर्देश के आलोक में सभी जिला अस्पतालों को दो महीने में क्लीनिकल और सपोर्ट सर्विसेज को बेहतर बनाने के लिए अलग-अलग तरह के करीब 17 टास्क सौंपे हैं। सौंपे गए कार्यो की मानिटरिंग स्वास्थ्य मुख्यालय के स्तर पर होगी। मानिटरिंग टीम विभाग के प्रमुख को प्रतिदिन की अद्यतन रिपोर्ट से अवगत कराएगी।

एंबुलेंस से लेकर काउंसिल तक की व्यवस्था करनी होगी दुरुस्त

राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने सभी जिला अस्पतालों को स संबंध में दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिला अस्पतालों को सातों दिन 24 घंटे आपातकालीन सेवाओं को चालू रखने के की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। क्लीनिकल सेवाओं को दुरुस्त करने की क्रम में अस्पताल परिसर में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से संबंधित सभी सेवाओं की उपलब्धता, आर्थोपेडिक और सर्जरी विभाग में प्रमुख सर्जरी की व्यवस्था के लिए आवश्यक कदम उठाने, ओपीडी प्रत्येक दिन काम रन करें इसकी व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिला अस्पतालों में मरीजों को किसी भी रोग से संबंधित काउंसिलिंग की जरूरत होने पर डाक्टर उसका मार्गदर्शन करें इसके निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा अस्पताल में दवाओं की उपलब्धता की रियल टाइम मानिटरिंग और संजीवनी पोर्टल पर रियल टाइम स्टाक भी अपडेट करने का टास्क भी जिला अस्पतालों को सौंपा गया है।

अस्पतालों में सुरक्षा को लगे सीसीटीवी, लांड्री की भी हो व्यवस्था

इसी प्रकार संजय सिंह ने सपोर्ट सेवाओं के तहत अस्पतालों में मरीजों के भोजन की सुविधा के लिए दीदी की रसोई की सुविधा अनिवार्य रूप से प्रारंभ करेंगे। अस्पतालों की बेड शीट्स, टेबल क्लाथ के साथ मरीजों के ड्रेस को साफ-सुथरा करने के लिए परिसर में लांड्री की व्यवस्था भी हो। इसके साथ ही ओपीडी्र प्रसव कक्ष, इमरजेंसी रूप में फोन की सुविधा भी विकसित की जाए। इसके साथ ही राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों के अनुरूप रोगियों के लिए वेटिंग रूम, पीने के पानी एवं वाशरूम की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी अस्पतालों को दिए गए हैं। साथ ही आवश्यकता होने पर अस्पतालों का रंग-रोगन और साफ-सफाई के लिए भी जिला अस्पतालों को विशेष हिदायत दी गई है।