पटना

कुलपति के आरोपों पर सरकार ने लिया संज्ञान


(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य सरकार ने मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा कॉपियों की खरीद में हुए घोटाले के लगाये गये आरोप पर संज्ञान लिया है।

मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कुद्दूस ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर कहा था कि जब विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह के जिम्मे था, तो सात रुपये की कॉपी सोलह रुपये में खरीदी गयी। सोलह रुपये की दर से एक लाख 60 हजार कॉपियों के ऑर्डर लखनऊ के एक फॉर्म को दिये गये।

प्रो. कुद्दूस का आरोप है कि जब वे कुलपति बने, तो उन पर भुगतान के लिए दबाव बनाया जा रहा है। अपने पत्र में उन्होंने एक व्यक्ति का नाम भी लिया है। उन्होंने पूरे मामले की जांच कराने की मांग मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में की है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रो. कुद्दूस के पत्र पर संज्ञान लेते हुए उसे राजभवन भेजा है, ताकि प्रो. कुद्दूस द्वारा लगाये गये आरोपों की जांच की जा सके।

इस बीच शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल का स्वागत किया है तथा कहा है कि चूंकि आरोप गंभीर प्रवृत्ति के हैं, इसलिए जांच होनी चाहिये।

उन पर आरोप मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.कुद्दूस ने लगाया है। आरोप के मुताबिक जब प्रो.सिंह मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति के अतिरिक्त प्रभार में थे, तो विश्वविद्यालय द्वारा सात रुपये की कॉपी कई गुणा अधिक मूल्य पर खरीदी गयी। एक लाख साठ हजार कॉपियों की आपूर्ति के आदेश दिये गये। भुगतान के लिए उन पर दबाव बनाया गया।