वाराणसी

कैण्ट स्टेशन पर अनियंत्रित कारने रेलिंग तोड़कर आधा दर्जन को रौंदा


कैंट रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में शुक्रवार को एक अनियंत्रित कार के धक्के से नवविवाहिता समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गये। सभी घायलों को इलाज के लिए श्री शिवप्रसाद गुप्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। घायलों में नवविवाहिता दिव्या तथा एक स्थानीय रिक्शा चालक मंगरु की हालत चिंताजनक बनी हुई है। मिली जानकारी के अनुसार पूर्वाहृन लगभग ११ बजे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया के प्री पेड बूथ में खड़ी कार यूपी ६५ सीटी २५११ का चालक कहीं जाने के लिए स्टार्ट करने की गरज से पास खड़े आटो चालकों से धक्का देने का कहा। धक्का देते ही कार स्टार्ट हो गयी लेकिन कार चालक बच्चू यादव का स्टेयरिंग पर से नियंत्रण खो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अनियंत्रित कार पहले सामने खड़े बाइक सवार विकासनंद पाण्डेय ३५ वर्ष फिर रिक्शा चालक मंगरु ५० वर्ष को टक्कर मारते हुए स्टेशन पर यात्री सुरक्षा में लगे रेलिंग को तोड़ते हुए जनरल बूकिंग काउंटर की दीवार की ओर बढ गयी जहां ट्रेन के इंतजार में बैठे जमुना प्रसाद के परिवार की नवविवाहिता पुत्री दिव्या गुप्ता २१ वर्ष, पत्नी मीरा ४० वर्ष, बहन आशा ४० वर्ष तथा भांजा लकी १० वर्ष को घायल कर दिया। मूलरूप से कपिल धारा कोटवा चिरईगांव निवासी जमुना प्रसाद एक माह पूर्व पुत्री दिव्या की शादी के सिलसिले में गांव आये थे। दस दिन पूर्व पुत्री की शादी सम्पन्न कराकर वापस मुम्बई जाने के लिए पवन एक्सप्रेस ट्रेन पकडऩे आये थे। ट्रेन के इंतजार में ये हादसा हो गया। घटना से स्टेशन पर चीख पुकार से कोहराम मच गया। लोक सहायता के लिए घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। मौके पर पहुंचे जीआरपी तथा आरपीएफ के जवानों ने सभी घायलों को उपचारार्थ श्री शिवप्रसाद गुप्त मण्डलीय अस्पताल में भर्ती कराया। घटना के बाद कार चालक फरार हो गया। इस संबंध में जीआरपी प्रभारी निरीक्षक अशोक दुबे ने बताया कि फरार कार चालक बच्चू यादव की तलाश की जा रही है। कार के मालिक से पूछताछ की जा रही है। मामले में कार चालक के विरुद्ध धारा ३०७ का मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
सर्कुलेंटिग एरिया मे अवैध गाडिय़ों का संजाल
सर्कुलेटिंग एरिया में रेलवे के नियमावली में पीक एन ड्रॉप का प्रवाधान है। बावजूद इसके दो पहिया से लगायात चार पहिया गाडिय़ां आए दिन बेधड़क खड़ी रहती हैं। जबकि कुछ मीटर की दूरी पर जीआरपी का बूथ है। अगर कार को प्री-पेड बूथ से ही यात्री लेकर रवाना हो गया होता तो यह हादसा ना होता।
सुरक्षा मानको की अनदेखी
स्टेशन के बाहर सर्कुलेटिंग एरिया रेलवे का होता हैएजो यात्रियों की सुरक्षा के लिए बनाया जाता है। बावजूद इसके सुरक्षा के मानक कहीं नहीं दिखता। गाडिय़ा स्पीड में बेधड़क आती जाती हैं। इसके नियंत्रण के लिए कोई ब्रेकर कहीं भी नहीं बनाया गया है। और ना ही बड़ी गाडिय़ों को रोकने के लिए किसी भी तरह की रेलिंग लगी है।