प्रयागराज, । मेन बात यह है कि गुड्डू मुस्लिम… इतना बोलते ही अशरफ मारा गया था और सस्पेंस बना रह गया कि वह बताना क्या चाह रहा था। इस बारे में तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। एक बात यह सामने आ रही है कि गुड्डू मुस्लिम ने ही असद को कार से उतरकर उमेश पाल पर फायरिंग के लिए उकसाया था, जबकि पिता अतीक और चाचा अशरफ ने कहा था कि वह शूटआउट में सामने नहीं आएगा। उसका कार से उतरना घातक साबित हुआ।
यह अंदेशा शुरू से जताया जा रहा है कि गुड्डू मुस्लिम ने ही असद और गुलाम की मुखबिरी की और उसकी इस गद्दारी का पता अतीक को चल गया था। राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और दो सरकारी गनर की जीटी रोड पर हत्या के बाद शूटरों के पीछे लगी एसटीएफ ने 13 अप्रैल को झांसी में असद और गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया था। अतीक और अशरफ को कस्टडी में धूमनगंज पुलिस काल्विन अस्पताल लेकर पहुंची, तो मीडियाकर्मियों के बीच मौजूद तीन शूटरों ने दोनों को गोलियों से छलनी कर दिया था।
मारे जाने से पहले मीडिया के सामने गुड्डू मुस्लिम के बारे में अशरफ कुछ राज खोलने जा रहा था। वह केवल इतना बोल सका था कि मेन बात यह है कि गुड्डू मुस्लिम…तभी शूटरों ने गोलियों की बौछार कर दी थी। अशरफ आखिर कौन से रहस्य से परदा उठाने जा रहा था, यह तो नहीं पता चल सका, लेकिन इस घटनाक्रम से जुड़े पुलिस अधिकारियों का अनुमान है कि अशरफ गुड्डू मुस्लिम की दगाबाजी के बारे में बोलने वाला था।
कहीं से गुड्डू मुस्लिम के बारे में अशरफ को यह खबर मिल गई थी कि उसने धोखाधड़ी की है। गुड्डू मुस्लिम के बारे में बताया गया है कि अतीक से पहले वह जिन माफिया और अपराधियों के लिए काम करता था, उनके साथ भी उसने धोखेबाजी की। इसी वजह से उसे बमबाज के साथ ही धोखेबाज भी कहा जाने लगा था। प्रयागराज से गुड्डू को घरवालों ने लखनऊ भी भेजा था।
अशरफ को बताए बिना असद को बाहर लाया
अशरफ की बात अधूरी रह गई, लेकिन छनकर यह किस्सा सामने आ रहा है कि गुड्डू मुस्लिम के उकसाने पर ही अतीक का बेटा असद कार से उतरकर उमेश पाल पर गोलियां चलाने लगा। शूटआउट की साजिश में तय हुआ था कि असद कार में ही रहेगा और घटना के बाद शूटरों के साथ वहां से निकल जाएगा। गुड्डू की चालबाजी से असद भी पुलिस की नजर में आ गया। फिर असद और गुलाम का झांसी आना और मारा जाना भी गुड्डू का ही खूनी खेल माना गया है। उसने दोनों को झांसी जाने को कहा और फिर वहां दोनों का एनकाउंटर हो गया।
एसआइटी ने होटल से बरामद किए शूटरों के दो मोबाइल
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के आरोपितों के फोन बरामद कर लिए गए हैं। जिस होटल में तीनों ठहरे थे, वहीं कमरे में ये मोबाइल फोन छिपाए गए थे। पूछताछ में हत्यारोपितों ने मोबाइल की जानकारी दी। विशेष जांच दल (एसआइटी) ने होटल के कमरे से दो मोबाइल फोन बरामद किए। दोनों में सिम कार्ड नहीं पाए गए। पुराने मोबाइल नंबर हाथ लगे हैं, जिसकी काल डिटेल रिपोर्ट निकलवाई जा रही है। देखें 11
प्रसारित पत्र की प्रमाणिकता के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। इंटरनेट मीडिया पर ऐसा पत्र कहां से आया, इसकी जांच कराई जाएगी।
प्रशांत कुमार, स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था