नयी दिल्ली

खेड़की दौला टोल प्लाजा पर नेताजी का ‘तांडव’


गुरुग्राम में पंचायत समिति के पूर्व चेयरमैन द्वारा बुधवार रात खेड़की दौला टोल प्लाजा पर तोड़फोड़ करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि टोल प्लाजा से कार निकलने में हुई देरी पूर्व चेयरमैन होशियार सिंह को गवारा नहीं हुई और उन्होंने कार से उतरकर पहले टोलकर्मियों के साथ बहस और हाथापाई। इसके बाद उन्होंने अपनी कार से डंडा निकालकर टोल प्लाजा पर बने 17 बूथों के शीशे तोड़ दिए। इसके अलावा दो लेन में लगे बूम बैरियर भी तोड़ डाले और कर्मचारियों को जान से मारने की धमकी दी। तोड़फोड़ करने के बाद वह अपनी कार को लेकर वहां से चले गए।टोल प्रबंधन ने गुरुवार को इसकी शिकायत पुलिस को दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने खेड़कीदौला थाने में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी होशियार सिंह को मामले में शामिल जांच के बाद जमानत पर छोड़ दिया। वहीं, इस पूरे विवाद को लेकर पूर्व चेयरमैन होशियार सिंह ने कहा कि पहले टोल कर्मियों ने उनके साथ अभद्रता की थी। टोल कंपनी के बाउंसर वहां डंडे लेकर आ गए थे। वह अकेले थे, इसलिए उन्होंने आत्मरक्षा के लिए कार से डंडा निकाला था। होशियार सिंह पर सितंबर में अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर कुछ मजदूरों को बंधक बनाकर जबरन सड़क बनवाने के भी आरोप लगे थे।पुलिस को दी शिकायत में टोल प्रबंधन के प्रवक्ता जितेंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार रात करीब साढ़े दस बजे नौरंगपुर निवासी पंचायत समिति के पूर्व चेयरमैन होशियार सिंह कार से आए थे। उनकी कार टोल प्लाजा की लेन नंबर दस में आई थी। उनकी कार से आगे एक और गाड़ी थी। जब वह गाड़ी बूथ पर पहुंची तो उसका फास्टैग ब्लैकलिस्ट पाया गया। ऐसे में टोल कर्मी द्वारा उस गाड़ी चालक को टोल टैक्स नकद में चुकाने को कहा गया। इस प्रक्रिया में देरी के कारण उनकी कार नहीं निकलने पर पूर्व चेयरमैन भड़क गए और उन्होंने बूथ पर आकर टोल कर्मियों के साथ बहस शुरू कर दी। आरोप है कि उन्होंने टोलकर्मी के साथ मारपीट की और इसके बाद वह अपनी कार से डंडा लेकर आए और उन्होंने लेन नंबर 7 से 23 के बीच बने सभी बूथों के शीशे तोड़ दिए और दो बूम बैरियर भी तोड़ दिए। आरोप है कि वह टोल प्लाजा पर पहले भी झगड़ा कर चुके हैं। पहले भी उनके खिलाफ टोल प्रबंधन पुलिस में शिकायत दे चुका है।