पटना

गया: एडवांस पैसा नहीं देने पर नर्सिंग होम से मरीज को निकाल सड़क पर छोड़ा, प्रशासन ने मामले पर कार्रवाई करते हुए नर्सिंग होम किया सील


      • नर्सिंग होम संचालक और मरीज के परिजनों के बीच हुई मारपीट
      • सूचना पर प्रशासन ने मरीज को करवाया सीएचसी में भर्ती

फतेहपुर (गया)(आससे)। फतेहपुर में एडवांस पैसा नहीं देने पर नर्सिंग होम संचालक ने इंसानियत को ताक पर रखकर भर्ती मरीज को बाहर निकालकर उसे सड़क पर छोड़ दिया। जबकि इलाज में लिए 79 हजार नर्सिंग होम में पहले जमा कर दिया गया था। इसके बाद और पैसे की की मांग की जाने लगी। इसी बात पर मरीज के परिजनों और नर्सिंग होम संचालकों के बीच बात बढ़ गई तथा दोनों के बीच मारपीट हो गई।

इस घटना की सूचना जैसे ही पुलिस को मिली वे तत्काल वहां पहुंचे और सबसे पहले मरीज को सड़क पर से उठाकर इलाज के लिए उसे सीएचसी फ़तेहपुर में भर्ती कराया। यह मामला सोमवार की है। फ़तेहपुर थाना क्षेत्र के मतासो गांव निवासी पप्पू मांझी और वीरेंद्र मांझी ने बताया कि उसके परिवार के सुरेन मांझी की सांस लेने में तकलीफ़ होने पर उसे फ़तेहपुर प्रखंड कार्यालय के सामने स्थित निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। यहां उसे चार दिन भर्ती रखा गया।

इस चार दिन में 70 हजार रुपये जमा दिया था। का बिल बनाकर पेश किया गया। नर्सिंग होम संचालक द्वारा सोमवार को 20 हजार रुपये फि़र मांगा गया। रुपये की व्यवस्था में लगे थे। लेकिन देर होने पर नर्सिंग होम संचालक ने मरीज को बाहर निकाल दिया और सड़क किनारे छोड़ दिया। इसके बाद मरीज के परिजनों और नर्सिंग होम संचालक झगड़ा हो गया। इसी बीच दोनों तरफ़ से मारपीट भी हो गई। इसमें दोनों तरफ़ से लोग चोटिल हो गए।

इसके बाद मरीज के परिजन और नर्सिंग होम संचालक द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ़ थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवाई गई। इधर, नर्सिंग होम संचालक द्वारा कुछ रुपये के खातिर मरीज का बीच में ही इलाज करना बंद कर उसे नर्सिंग होम से बाहर निकालकर सड़क किनारे छोड़ देने की सूचना पुलिस और प्रशासन को दिया गया। इस मामले को प्रशासन ने काफ़ी गंभीरता से लिया है। सूचना पर थानाध्यक्ष संजय कुमार ने सबसे पहले मरीज को सड़क किनारे से उठाकर उसे इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया।

इसके बाद बीडीओ, सीओ, सीएचसी प्रभारी और थानाध्यक्ष की मौजूदगी में नर्सिंग होम को सील कर दिया गया। साथ ही नर्सिंग होम संचालक को हिरासत में ले लिया गया है। इधर, नर्सिंग होम संचालक ने कहा कि उसने मरीज को निकाला नहीं है। उनके पास आक्सीजन खत्म हो गया था। तब मरीज के परिजनों से कहा कि यहां आक्सीजन खत्म हो गया है। इन्हें अभी आक्सीजन की जरूरत है। इसलिए मरीज को दूसरे जगह ले जाएं या फिर आक्सीजन की व्यवस्था करें।

इतने में मरीजके परिजन उग्र हो गए और क्लिनिक में तोड़फोड़ करते हुए उनके साथ मारपीट करने लगे। नर्सिंग होम में हुई घटना को लेकर मरीज के परिजन और नर्सिंग होम संचालक द्वारा एक दुसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। सीओ और सीएचसी प्रभारी की मौजूदगी में नर्सिंग होम को सील कर दिया गया है। इस मामले की जांच की जा रही है।