पटना

गया: हत्या और रंगदारी मामले का उद्भेदन, असलहा के साथ कुख्यात अपराधी सहित दो गिरफ्तार


गया। गुरुआ थाना कांड संख्या 136/21 के तहत सेनाबारी गांव में रंगदारी कांडका पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है। मामले में पुलिस ने दो अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार करने में भी सफलता प्राप्त की है। रविवार को पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए सिटी एसपी राकेश कुमारने उक्त जानकारी दी है।

उन्होंने बताया कि गुरुआ थाना काण्ड सं0-136/21 के तहत मकसूदन चौधरी पिता हीरा चौधरी सोनारीबाग ने गुरुआ थाना की पुलिस को आवेदन दिया गया था। कहा गया था कि उसके मोबाइल संख्या 7739992473 पर मोबाइल 7762965865 से रंगदारी का मांग किया गया। रंगदारी के एवज में पांच लाख रुपए की मांग की गई है। नहीं देने पर जान से मारने का धमकी दिया गया। केस दर्ज होने के बाद पीड़ित के पिकअप वाहन को आग लगा दिया गया। 16 जून को पीड़ित के दुकानपर दहशत फैलाने के इरादे से तीन राउंड फायरिंग की गई।

घटना को लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार द्वारा नगर पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम में तकनीकी शाखा के पदाधिकारी के नेतृत्व में अनुसंधान के क्रम में कुख्यात अपराधी हरेंद्र यादव ऊर्फ हरेंद्र कुमार पिता राजेश यादव ग्राम कठवारा थाना गुरुआ को भुरहा गली से गिरफ्तार किया गया। सिटी एसपी राकेश कुमार ने बताया कि इसकी निशानदेही पर अन्य सहयोगी चांद कुमार पिता टूननू मियां ग्राम दुब्बा थाना गुरुआ को भी गिरफ्तार किया गया। हरिंदर यादव की निशानदेही पर घटना में प्रयोग हुए देसी कट्टा, जिंदा कारतूस, मोबाइल फोन बरामद किया गया।

सिटी एसपी राकेश कुमार ने बताया कि गुरुआ थाना अंतर्गत फरवरी माह में हुए अविनाश हत्याकांड में पकड़े गए अपराधी हरेंद्र यादव ने अपनी संलिप्तता स्वीकार किया। हरेंद्र यादव के विरुद्ध आधा दर्जन से अधिक मामले गुरुआ थाना में दर्ज हैं। वहीं पकड़ा गया चांद का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। प्रेस वार्ता के दौरान सिटी एसपी राकेश कुमार सहित शेरघाटी डीएसपी प्रवेंद्र भारती मौजूद रहे।

गुरुआ से ससू के अनुसार गुरुआ थाने की पुलिस ने अपराधी हरेंद्र यादव उर्फ हरेंद्र कुमार को एक देसी पिस्तौल और दो जिंदा कारतूसके साथ गिरफ्तार किया गया। जिससे बराबर हो रहे अपराधिक घटनाओं में पुलिस राहत की सांस लिया है। थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार विश्वकर्मा ने बताया की 17 जून को लेवी की मांग को लेकर भूरहा धाम पर फायरिंग किया गया था। इसके साथ कई रंगदारी के साथ साथ फरवरी माह में घटित अविनाश हत्याकांड का खुलासा हुआ। इसे हरेंद्र यादव स्वीकार किया है कि अविनाश कुमार दांगी की मेरे द्वारा हत्या की गई।