वहीं उनके सरकारी आवास पर पदर्शनकारियों का कब्जा बना हुआ है। इन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वो वहां से तब तक नहीं जाएंगे जब तक गोटाबाया इस्तीफा नहीं दे देते हैं। गोटाबाया ही नहीं बल्कि पीएम रानिल विक्रमसिंघे के आवास पर भी प्रदर्शनकारियों ने कब्जा किया हुआ है। रानिल के लिए भी प्रदर्शनकारियों ने यही शर्त रखी है।
बता दें कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को गिरफ्तारी से इम्यूनिटी मिली हुई है। गोटाबाया को इस बात की आशंका है कि उन्हें इस्तीफा देने के बाद गिरफ्तार या हिरासत में लिया जा सकता है। यही वजह है कि वो देश छोड़कर जाना चाहते थे। लेकिन इमिग्रेशन स्टाफ ने उनके पासपोर्ट पर मुहर लगाने के लिए वीआईपी सुइट में जाने से इनकार कर दिया। इस पर गोटाबाया का कहना था कि वो दूसरे एयरपोर्ट से सामान्य नागरिकों की भांति देश से बाहर नहीं जा सकते हैं। इसकी वजह लोगों का गुस्सा था। इसकी वजह से उन्हें दुबई जाने वाली चार फ्लाइट्स तक छोड़नी पड़ीं। एएफपी के मुताबिक उन्हें अपनी पत्नी के साथ मिलिट्री बेस में रात गुजारनी पड़ी थी, जो एयरपोर्ट से कुछ आगे है।