जम्मू: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव जब भी हों, सभी को उसमें हिस्सा लेना चाहिए और कांग्रेस को इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. आजाद ने यहां अपने आवास के बाहर संवाददाताओं से संक्षिप्त बातचीत में केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव की संभावना के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि फिलहाल परिसीमन की कवायद जारी है.
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री तीन दिवसीय दौरे पर शहर में हैं और उनके हवाई अड्डे पर पहुंचने पर समर्थकों ने मांग की कि मार्च में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान उनका पुतला जलाने वाले कांग्रेस नेताओं को निष्कासित किया जाए. पत्रकारों से बातचीत के दौरान जब आजाद से कहा गया कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत सभी दलों को तैयारी करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ”सभी लोगों को चुनाव में हिस्सा लेना चाहिए.”
केंद्र शासित प्रदेश में परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घोषणा की थी कि वह तब तक चुनाव नहीं लड़ेंगी जब तक कि भारत और तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर, दोनों के संविधान जम्मू कश्मीर में लागू नहीं हो जाते.
केंद्र ने पांच अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को निरस्त कर दिया था और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था. महबूबा ने कहा था, ”व्यक्तिगत रूप से, यह (संविधान का अनुच्छेद 370 और 35-ए को निरस्त करना) मेरे लिए बहुत भावनात्मक है. मैंने पहला चुनाव भारत और राज्य के संविधानों के तहत शपथ लेते हुए लड़ा था. मैंने दोनों झंडे अपने हाथों में लिये थे. जब तक दोनों संविधान एकसाथ (जम्मू-कश्मीर में लागू) नहीं होंगे, मैंने कहा है कि मैं व्यक्तिगत रूप से चुनाव नहीं लड़ूंगी.”