पणजी, । गोवा के दिवंगत सीएम मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर भाजपा का दामन छोड़ पणजी विधानसभा सीट से निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं। प्रचार अभियान में जुटे उत्पल ने चुनाव में अपनी जीत का दावा किया है। उत्पल ने दावा किया है कि पणजी में उनके पक्ष में साइलेंट वेव चल रही है।
उत्पल ने आरोप लगाया कि स्थानीय राजनीति के कारण भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। भाजपा की तरफ से पणजी सीट को छोड़कर उन्हें तीन सीटों की पेशकश किए जाने पर उत्पल ने कहा कि लड़ाई कभी विकल्पों के लिए नहीं थी।
उत्पल भाजपा उम्मीदवार अतानासियो मोनसेरेट के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद पणजी में हुए उपचुनाव में अतानासियो ने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी। हालांकि, बाद में वह अन्य विधायकों के साथ कांग्रेस से भाजपा में शामिल हो गए थे। अतानासियो की पत्नी जेनिफर तलेगांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, जबकि उनका बेटा पणजी का मेयर है।
पर्रिकर ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘मुझे 2019 में स्थानीय राजनीति के कारण टिकट से वंचित कर दिया गया था, तब भी मैंने पार्टी के फैसले का पालन किया, लेकिन फिर यहां कांग्रेस से एक व्यक्ति को लाया गया, उसके खिलाफ इतने जघन्य अपराध है कि उनके बारे में बात करके भी शर्म आती है।’