मऊ

घोसी में भाजपा के लिए मुसीबत बना ‘बेलगाम घोड़ा’, आखिर किसने छोड़ा! सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव राय ने सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की नींदें उडाई: रिपोर्ट/ऋषिकेश पांडेय


(ऋषिकेश पांडेय)
मऊ। पांच सितंबर को होने वाले घोसी विधानसभा के उपचुनाव में सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदवार के लिए एक ‘बेलगाम घोड़ा ‘ मुसीबत बनता जा रहा है। आखिर इसको छोड़ा किसने जो आए दिन घोसी विधानसभा क्षेत्र में कभी ‘अहिर की बुद्धि बारह बजे खुलती है ‘।कभी ‘मेरे साथी ऐसे पियक्कड़ थे, जिन्हें सात बजे के बाद टांगकर ले जाना पड़ता था’। जैसे उल- जलूल बयान देकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहा है। चुनाव आयोग ऐसे आपत्ति जनक बयानों का संज्ञान ले रहा है या नहीं?यह तो चुनाव आयोग ही जानें। लेकिन, अगर प्रशासन ने ऐसे ‘बेलगाम घोड़े’ की नकेल नहीं कसी तो चुनावी माहौल खराब होने की संभावना से जहां इंकार नहीं किया जा सकता है। वहीं ‘स्याही कांड’ जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। बहरहाल,यह ‘बेलगाम घोड़ा ‘ इन दिनों घोसी विधानसभा क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिए उसके द्वारा की जा रही धमाचौकड़ी सोशल मीडिया के लिए भी एक मनोरंजन का साधन बन गई है।वह मीडिया को भी औकात दिखाने से बाज नहीं आ रहा है और खुलेआम धमकियां दे रहा है। मंगलवार को तो उसने हद ही कर दिया। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से जनपद में उसके आने -जाने पर कोई प्रतिबंध लगाने जैसी सूचना नहीं मिली है। लेकिन, संभावना है कि अगर, उसकी जुबान ऐसे ही आग उगलती रही तो चुनाव को लोकतांत्रिक ढंग से सम्पन्न कराने के लिए उस पर प्रतिबंध लगाने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। क्यों कि निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने की तैयारियों में पूरी तन्मयता से जुटे जिला प्रशासन पर अभी तक किसी भी दल ने पक्षपात का आरोप नहीं लगाया है। बहरहाल सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव राय ने बुधवार को अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो वायरल कर सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की बखिया उधेड़ दी है। जिसमें दुर्गेश राजभर नामक युवक ने आरोप लगाया है कि राजभर समाज के सोलह युवकों के लाकडाउन में मलेशिया में फंसे होने की जानकारी मिलने पर मंत्री रहते हुए भी ओमप्रकाश राजभर ने कुछ नहीं किया ‌जबकि सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव राय ने मलेशिया में फंसे राजभर समाज के युवाओं को स्वदेश बुलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाया।यह वायरल वीडियो जनपद में सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की नींदें उड़ा दिया है। शायद यही वजह है कि इन दिनों राजभर समाज के बीच जाने के बावजूद ओमप्रकाश राजभर को अपेक्षाकृत सम्मान मिलने के बजाय दुत्कार कुछ ज्यादा ही मिल रही है।