चंदौली। उत्तर प्रदेश मनरेगा कर्मचारी महासंघ की ओर से सोमवार को मुख्यालय स्थित धरना स्थल पर विभिन्न मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारी संघ के सदस्यों ने सरकार के विरोध में नारेबाजी की और तत्काल जेम पोर्टल को तत्काल प्रतिबंधित किए जाने की मांग की। अंत में मांगों को तत्काल पूरा करने की मांग की अंत में मुख्यमंत्री के नाम संबोधित 10 सूत्रीय ज्ञापन मुख्य विकास अधिकारी को सौंपा। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि 15 वर्षों से मनरेगा कर्मियों की सेवा संबंधित समस्याएं लंबित है लेकिन सरकार उसे दूर करने का नाम नहीं ले रही। पदों का सृजन किए बिना जेम पोर्टल से नियुक्तियां करने व प्रशासनिक मद में सेवा प्रदात्ता कम्पनी को भुगतान किया जाना गलत है। पूर्व से कार्यरत मनरेगा कर्मियों को पदों का सृजन कर समायोजित किया जाय। वित्तीय अनियमितता के प्रकरणों में अक्सर विभागीय कर्मियों को छोड़कर मनरेगा कर्मियों के विरूद्ध एफआईआर व सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाती है। जिससे मनरेगा कर्मियों का मनोबल क्षीण हो रहा है। मनरेगा कर्मियों के मानदेय में वृद्धि की जाय। पूर्व से कार्यरत प्राइवेट कम्प्यूटर आपरेटर को येाग्यता अनुसार समायोजित करते हुए उन्हें अन्य कर्मियों की भांति मानदेय का भुगता किया जाय। इस दौरान कन्हैया लाल, रविंद्र त्यागी, राजीव सिंह, रामअवतार चौहान, रवि प्रकाश पांडेय, पवन गुप्ता, श्याम बिहारी, मनीष श्रीवास्तव, मुकेश सिंह आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता राजीय सिंह व रवीन्द्र त्यागी ने किया।