सकलडीहा। इसे विडम्बना कहे या अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता। पिछले 45 साल से महज एक 310 किलोलीटर की पानी टंकी से दर्जनों गांवों को पानी सप्लाई होती है। जबकि चार दशक में जनसंख्या के साथ घर घर में नया कनेक्शन बढ़ गया है। नियमित पेयजल आपूर्ति की समस्या को लेकर कस्बावासी और ग्रामीण परेशान है। इसके बाद भी भ्रष्ट हुई बोरिंग की मरम्मत तो दूर अतिरिक्त पानी टंकी लगाने के लिये अधिकारी मौन साधे हुए है। पेयजल आपूर्ति किल्लत को लेकर ग्रामीण परेशान है। सकलडीहा ग्राम समूह पेयजल योजना के तहत 45 साल पूर्व 310 किलोलीटर की पानी टंकी जल निगम विभाग द्वारा बनाया गया था। इससे तीन दर्जन से अधिक गांवों को पेयजल आपूर्ति किया जाता था। लेकिन पिछले चार दशक में जनसंख्या से लेकर सैकड़ों कनेक्शन का भार बढ़ गया। यही नही दो साल से जल निगम की प्रथम ट्यूववेल की बोरिंग भ्रष्ट हो जाने से पच्चास हजार से अधिक लोगों को नियमित पानी कि किल्लत बढ़ गयी है। यही नही सरकारी कार्यालय से लेकर स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, बैंक कर्मी सहित अन्य विभाग के कर्मचारी भी पेयजल की किल्लत से परेशान रहते है। जबकि पूर्व में कई जनप्रतिनिधियों द्वारा अतिरिक्त टंकी और मोटर लगवाने का आश्वासन दिया था। ग्रामीणों ने नियमित पेयजल आपूर्ति की समस्या से निजात दिलाने की मांग उठाया है।
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