चंदौली। कोविड-19 संक्रमणकाल के बाद मंगलवार को कक्षा 6 से 8 की कक्षाओं का संचालन शुरू हुआ। पाठशाला खुली तो बच्चों की चहल-पहल से शिक्षा के मंदिर गुल्जार हो उठे। गुरुजन भी अपने आप को बच्चों के बीच पाकर उत्साहित दिखे और पहले दिन एक सकारात्मक माहौल में पठन-पाठन का कार्य हुआ। शिक्षकों द्वारा पाठ्यक्रम की शुरुआत से पूर्व बच्चों को सुरक्षा मानकों की एक बार फिर से याद दिलाई गयी। कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सतर्कता को बनाए रखें। चहनियां प्रतिनिधि के अनुसार कोरोना संक्रमण के कारण लम्बे समय से बन्द जूनियर हाईस्कूल विद्यालयों में शासन के निर्देशानुसार विद्यार्थियों का आवागमन मंगलवार को शुरू हुआ। विद्यालयों में कोविड 19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए प्रत्येक बच्चों का सैनिटाइज कर थर्मल स्कैनिग से ऑक्सीजन लेवल तथा तापमान मापकर कक्षा में प्रवेश कराया गया। विगत कई महीनों से कोविड.19 के कारण बंद हुए विद्यालय में बच्चों की चहल पहल से विद्यालय गुलजार हुए। संक्रमण दर बढऩे के कारण 21 मार्च 2021 से विद्यालय बंद होने से शिक्षण व्यवस्था में प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। तत्पश्चात ऑनलाइन शिक्षण, दूरदर्शन, रेडियो प्रेरणा साथी तथा ई पाठशाला के माध्यम से विषयवार पाठ्यक्रम को पूरा करने की कोशिश की गयी। मोहल्ला पाठशाला का आयोजन करते हुए शैक्षणिक कार्यक्रम जारी रखते हुए पाठ्यक्रम को पूरा कर प्रेरणा लक्ष्य प्राप्त करने का प्रयास किया गया जिसमें काफी हद तक सफलता मिली किन्तु 24 अगस्त 2021 को कक्षा 6 से 8 तक के विद्यालयों को खोलने का आदेश मिलने पर पठन.पाठन का कार्य शुरू कराया गया है। जिससे बच्चों तथा उनके अभिभावकों ने खुशी जाहिर की। कम्पोजिट विद्यालय हृदयपुर में प्रवेश कराते हुए प्रधानाध्यापक बिरेन्द्र यादव ने कहा कि कोबिड से हर वर्ग परेशान रहा है। इसका असर छात्रों के जीवन पर भी पड़ा है। कोशिश है कि पाठ्यक्रम को ज्यादा से ज्यादा मेहनत कर आगे बढ़ाया जाय। राहुल इन्टरनेशनल पब्लिक स्कूल महुअरकला के प्रबन्धक आनन्द तिवारी सोनू, आदर्श मां गायत्री बाल विद्या मंदिर एवं जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक दुर्गेश पांडेय ने भी कोरोना गाइडलाइंस के तहत विद्यालय में शिक्षण कार्य शुरू कराया।