चहनियां। बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनी गंगा तट पर रात्रि में एक तरफ लाइट न जलने से शव दाह करने वाले लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बैठने वाले स्थान पर गंदगी का अंबार है । यहां लगा सभी सोलर लाइट खराब प?े है । इन दिनों हजारो की संख्या में लोग जनपद से शव दाह संस्कार करने आ रहे है ।जनपद का ऐतिहासिक स्थल बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनी गंगा तट पर दुव्र्यवस्थाओ का अंबार है । रात्रि में लाइट की ब्यवस्था न होने से शव दाह संस्कार करने वालो को काफी परेशानियों का सामना करना प? रहा है। यहां घाट पर लाइट करने के लिए 17 सोलर लाइट लगाया गया है जो एक भी नही जल रहा है । सभी बिगत एक वर्ष से खराब पड़े है या फिर बैट्री गायब है । कोरोना वायरस के कारण वाराणसी की स्थिति ज्यादा दयनीय होने से जनपद के लोग बलुआ घाट पर ही अंतिम संस्कार प्रतिदिन 50 से 60 शव यहां घाट पर किया जा रहा है। ज्यादातर लोग धूप से बचने के लिए शाम को ही शव लेकर बलुआ घाट पर पहुच रहे है। लाइट की ब्यवस्था न होने से कई लोग पक्की सीढीयो पर गिरकर घायल भी हो जा रहे है । जबकि पूर्व में केंद्रीय मंत्री डॉ0 महेंद्र नाथ पांडेय के प्रयास से घाट का सुंदरीकरण भी कराया गया है। जिसमें अभी भी कई कार्य बचा हुआ है। वही घाट पर बने करकट में बैठने के लिए लोगो को ब्यवस्था की गई है । जहाँ गंदगी का अंबार है । एक भी दिन सफाई कर्मी घाट पर साफ नही किया। ग्रामीणों ने घाट पर समुचित लाइट व साफ सफाई की ब्यवस्था की मांग की है ।