पटना (आससे)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि एईएस (चमकी बुखार) से लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसको लेकर हमलोगों ने पूरी तरह से तैयारी कर ली है। डॉक्टर और प्रशासन भी इसको लेकर पूरी तरह सतर्क हैं। लोगों को भी अलर्ट किया जा रहा है। देख ही रहे हैं कि कितनी गर्मी है। एईएस के लिए सभी स्तर पर अलर्ट कर दिया गया है। इसकी चिंता हमलोगों को पहले से है।
मुख्यमंत्री गुरुवार को अंबेडकर जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। इसी दौरान बढ़ती गर्मी और एईएस से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री ने उक्त बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस बार कई वर्षों से ज्यादा गर्मी पड़ रही है। इसी गर्मी में हम लोगों के बीच घूम रहे हैं। हम तो देखते ही हैं कि कितनी गर्मी पड़ रही है।
गौरतलब है कि हाजीपुर के पांच वर्षीय कुंदन की बुधवार को मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में मौत हो गई थी। कुंदन को 11 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 12 अप्रैल को उसके एईएस पीडि़त होने की पुष्टि हुई थी। जांच रिपोर्ट में हाइपोग्लाइसीमिया (शुगर लेवल गिर जाना) के कारण एईएस होना पाया गया था। यह इस साल एसकेएमसीएच में एईएस से दूसरी मौत है।
एसकेएमसीएच में अभी एईएस संदिग्ध पांच अन्य बच्चे भर्ती हैं। इस साल अबतक 12 बच्चों में एईएस की पुष्टि हो चुकी है। इनमें चार बच्चे मुजफ्फरपुर के हैं। इन बच्चों में से दस को डिस्चार्ज किया जा चुका है। एईएस पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने राज्यस्तरीय टास्क फोर्स बनाई है। टास्क फोर्स मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, समस्तीपुर दरभंगा, सीवान, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया, सारण और शिवहर में एईएस पर होने वाले कामों की निगरानी करेगी। विभाग ने जिले के इस संबंध में पत्र भेजा है।