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 चिंतन शिविर भी नहीं फूंक सका कांग्रेस में जान, तीन नेताओं ने बोला बाय-बाय,


अहमदाबाद, । उदयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद पंजाब, गुजरात व दिल्ली में 3 बड़े नेताओं के कांग्रेस छोड़ने के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला अपना दुख बयां करते हुए कहा है कि जब उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की बात कही थी तब कांग्रेस से किसी ने एक फोन तक नहीं किया। वाघेला का यह भी दावा है कि अभी और कई नेता कांग्रेस को छोड़ने वाले हैं।

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस के कभी अध्यक्ष रहे शंकर सिंह वाघेला ने कहा है कि कांग्रेस में मानवीय स्पर्श की कमी है। कोई भी संस्था या संगठन एक जीवित शरीर की तरह होता है जिसे ह्यूमन टच की जरूरत होती है। अगर पार्टी के बड़े नेता अपने से छोटे नेता एवं कार्यकर्ताओं से आत्मीयता पूर्वक बात नहीं करेंगे उनसे मिलेंगे नहीं तो संगठन को लगातार मजबूत एवं जीवित रखना आसान नहीं है। वाघेला ने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस की स्थिति ही ऐसी ही है वहां कोई देखने सुनने वाला नहीं है, जी-3 समूह कोई कांग्रेस विरोधी नहीं है वह ऐसे नेताओं का संगठन है जो पार्टी में सकारात्मक बदलाव चाहता है। इस समूह से जुड़े नेताओं ने अपना पूरा पूरा जीवन कांग्रेस के लिए समर्पित किया है कांग्रेस की विचारधारा के प्रति वे आज भी समर्पित लेकिन संगठन में अगर उनकी सुनी ही नहीं जाएगी तो वह क्या कर सकते हैं।