- पटना,: दिवंगत नेता रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी में इन दिनों बगावत जारीहै। ऐसे में पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को चुनने पर एलजेपी नेता चिराग पासवान ने बयान दिया है। चाचा पशुपति पारस का चुनाव अवैध बताते हुए चिराग ने कहा है कि लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ओर से किया जाता है, जिसमें लगभग 75 सदस्य होते हैं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में केवल 9 सदस्य उपस्थित थे। निलंबित सदस्यों ने मेरे चाचा को अध्यक्ष चुना है, जो पूरी तरह से अवैध है।
इसके साथ ही चिराग ने बताया कि मैंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर उन्हें (पशुपति कुमार पारस) संसदीय दल के नेता के रूप में स्वीकार करने के उनके फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए लिखा है। हमारी पार्टी का संविधान कहता है कि संसद या विधानसभा में पार्टी का नेता केंद्रीय संसदीय बोर्ड द्वारा चुना जाएगा।
एलजेपी नेता चिराग पासवान ने कहा कि मेरा मानना है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी को हमारी पार्टी के संविधान की जानकारी नहीं है, इसलिए उन्होंने उन्हें संसदीय दल का नेता घोषित किया। मैंने बिड़ला को सूचित किया है कि उनकी (पशुपति कुमार पारस) नियुक्ति अवैध है।
मेरे नेतृत्व पर जताया भरोसा: चिराग
उन्होंने बताया कि मेरे पास पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों के हलफनामे हैं, जिन्होंने मेरे नेतृत्व पर भरोसा जताया है। मैंने चुनाव आयोग को सूचित किया है कि ये 5 सांसद अब लोजपा के नहीं, बल्कि निर्दलीय सांसद हैं। मुझे विश्वास है कि लोजपा संविधान के मद्देनजर चुनाव आयोग और लोकसभा अध्यक्ष उचित निर्णय लेंगे।