बीजिंग। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से पूरी दुनिया लड़ रही है। वायरस से लड़ने के लिए कोविड-19 टीकाकरण, महामारी ग्रस्त देशों का हथियार बना हुआ है। दुनिया भर में कोविड-19 टीकाकरण का अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। बच्चे, बूढ़े, जवान हर वर्ग को वायरस के प्रकोप से बचने के लिए टीकाकरण दिया जा रहा है। इस बीच चीन एक बड़ी घोषणा की। चीन का कहना है कि उसने Pfizer की कोविड -19 दवा पैक्सलोविड (Paxlovid) को हल्के से मध्यम बीमारी और गंभीर बीमारी के उच्च जोखिम वाले वयस्कों के इलाज के लिए ‘सशर्त’ मंजूरी दी थी। लेकिन अभी अधिकारियों ने कहा कि दवा पर और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय चिकित्सा उत्पाद प्रशासन ने शनिवार को अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा, पैक्सलोविड (Paxlovid) के आयात पंजीकरण को 11 फरवरी को मंजूरी दी गई थी । बयान के अनुसार, चीनी नियामक को प्रासंगिक शोध कार्य जारी रखने की आवश्यकता बताया गया। चीन के राष्ट्रीय चिकित्सा उत्पाद प्रशासन ने शनिवार को कहा कि दवा पर और शोध किए जाने की जरूरत है और इसे नियामक (रेगुलेटर) को सौंपना होगा।
आपको बता दें कि कोविड-19 दवा को अब तक संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़राइल सहित लगभग 40 देशों में अधिकृत किया जा चुका है। वहीं यूरोपीय संघ ने सदस्य राज्यों को औपचारिक अनुमोदन से पहले इसे तेजी से फैलने वाले ओमिक्रोन वैरिएंट के खिलाफ एक आपातकालीन उपाय के रूप में उपयोग करने की अनुमति दी है।
फाइजर और बायोएनटेक द्वारा सह-विकसित एमआरएनए कोविड वैक्सीन, जिसे शंघाई फोसुन फार्मास्युटिकल ग्रुप कंपनी ने ग्रेटर चीन क्षेत्र के लिए अधिकार प्राप्त किया था, को अभी तक देश में अनुमोदित नहीं किया गया है।