News TOP STORIES नयी दिल्ली

चुनावी फायदे के लिए दिया रजनीकांत को फाल्के अवार्ड? सवाल से भड़क गए प्रकाश जावेड़कर


नई दिल्ली : केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आज घोषणा की है कि सुपरस्टार रजनीकांत को 51वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. जावडेकर ने रजनीकांत को भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे महान अभिनेताओं में से एक बताया. लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के बाद वह नाराज हो गए. जानिए वह सवाल क्या था.

दरअसल रजनीकांत दक्षिण राज्य तमिलनाडु से आते हैं, जहां अभी विधानसभा के चुनाव हैं. ऐसे में एक पत्रकार ने जावड़ेकर से सवाल किया, ”क्या तमिलनाडु में चुनाव होने की वजह से रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवार्ड दिया जा रहा है? इस सवाल के जवाब में नाराज़ जावड़ेकर ने कहा, ”आप सवाल सही पूछा कीजिए.”

रजनीकांत इतिहास में सबसे महान अभिनेताओं में से एक- जावड़ेकर

प्रेस कॉन्फ्रेंस में जावड़ेकर ने कहा, ”मैं आज साल 2019 के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार की घोषणा करते हुए बहुत खुश हूं कि इस साल यह भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे महान अभिनेताओं में से एक रजनीकांत जी को उनके अभिनय, निर्माण और पटकथा लेखन के तौर पर दिए गए योगदान के लिए दिया जाएगा. मैं जूरी के सभी सदस्यों आशा भोंसले, सुभाष घई, मोहनलाल और बिस्वजीत चटर्जी को धन्यवाद देता हूं.”

भारत में सबसे लोकप्रिय सितारों में से एक रजनीकांत को भारत सरकार द्वारा 2000 में पद्म भूषण और 2016 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है. रजनीकांत ने तमिल सिनेमा में ‘अपूर्व रागंगल’ से डेब्यू किया था. उनकी कई हिट फिल्मों में ‘बाशा’, ‘शिवाजी’ और ‘एंथिरन’ जैसी फिल्में हैं. वे अपने प्रशंसकों के बीच थलाइवर (नेता) के रूप में जाने जाते हैं.

अभिनेत्री देविका रानी को दिया गया था पहला फाल्के अवार्ड

बता दें कि दादा साहेब फाल्के पुरस्कार सिनेमा जगत में भारत में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है. यह भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के फिल्म समारोह निदेशालय द्वारा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के साथ दिया जाता है. यह पुरस्कार पहली बार अभिनेत्री देविका रानी को दिया गया था. वहीं हाल के सालों में यह पुरस्कार पाने वालों में अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, फिल्म निर्माता के. विश्वनाथ और मनोज कुमार शामिल हैं.