इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रख जाम लगाया और हंगामा किया। हालांकि पुलिस के समझाने पर शव लेकर लौट गए। बाद में तहसीलदार टांडा व अन्य कर्मचारियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई है। यह मामला सोमवार की सुबह का है। गांव अकबराबाद निवासी फरीद अपने पशुओं के लिए चारा लेने गाड़ी लेकर जंगल गया था।
आरोप है कि रास्ते मेंं कोसी नदी के समीप टांडा तहसीलदार व उनके कर्मचारी मिले। उन्होंने गाली देते हुए उसका पीछा किया। पकड़ने को उसके ऊपर पत्थर भी फेंके। उनसे बचते समय ग्रामीण किसी तरह नदी में जा गिरा। इस दौरान फरीद का भाई सईद कुछ फासले पर था। उसने सब कुछ देख लिया।
तहसीलदार व अन्य के आगे निकलने पर उसने ग्रामीणों की मदद से अपने भाई को तलाशा लेकिन तब तक पानी में डुबने से उसकी मृत्यु हो चुकी थी। इसके बाद ग्रामीण भड़क गए। शव को लेकर काशीपुर -अकबराबाद मार्ग पर पहुंच गए। शव सड़क पर रखकर हंगामा किया। इससे जाम लग गया।
सूचना पर चौकी प्रभारी हरिओम चौहान व श्रीपाल सिंह मौके पर पहुंच गए। उनके समझाने पर ग्रामीण शव लेकर गांव लौट गए। बाद में मृतक के भाई सईद खां ने कोतवाली में तहरीर देकर तहसीलदार व अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है।