हवाई सर्वेक्षण के दौरान सीएम ने की 12 जिलों के डीएम से बात
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- कहा-प्रभावित लोगों से संपर्क बनाये रखें, संवेदनशीलता से करें सहायता
- जल संसाधन रखे नदियों के जल स्तर व तटबंधों पर नजर
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(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि गंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है और जैसी सूचना है, अभी इसके बढऩे की संभावना है। इसे देखते हुए सभी जिलाधिकारी पूरी तरह से अलर्ट मोड में रहें। प्रभावित लोगों से संपर्क बनाए रखें और पूरी संवेनशीलता के साथ सभी की सहायता करें। जल संसाधन विभाग लगातार तटबंधों और नदियों के जलस्तर की निगरानी करते रहें एवं स्थानीय लोगों की भी सहायता लें।
मुख्यमंत्री बुधवार को पहले सडक़ मार्ग से पटना के चार घाटों, सोनपुर एवं हाजीपुर में गंगा के जलस्तर का जायजा लिया था। बाद में बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगडिय़ा, लखीसराय, मुंगेर भागलपुर एवं कटिहार का हवाई सर्वेक्षण किया तथा इन जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियोकांफ्रेंसिंग से बाढ़ की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने दीघा से मोकामा तक, राघोपुर, बख्तियारपुर, पंडारक, बाढ़ से सटे दियारा इलाकों, मोकामा के टाल इलाकों, समस्तीपुर के मूहद्दीनगर, बेगूसराय के बडछवारा एवं अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पशु राहत शिविर में पशुओं के चारे की पूरी व्यवस्था रखें। विस्थापित लोगों को राहत शिविरों में एसओपी के अनुसार सारी सुविधायें उपलब्ध करायें। बाढ़ राहत शिविरों में जन्म लेने वाली बच्ची को १५ हजार तथा बच्चों को १० हजार देने की पूर्व का प्रावधान है इसे लाभार्थियों को तत्काल उपलब्ध करायें।
उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान जो सडक़ें क्षतिग्रस्त हुई है, जल निकासी के बाद तुरंत मरम्मत कार्य करायें। पथ निर्माण विभाग एवं गामीण कार्य विभाग अपने अभियंताओं से प्रभावित क्षेत्रों के पथों की स्थिति का प्रतिदिन अपडेट लें। कृषि विभाग तथा पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिलाधिकारियों से निरंतर संपर्क में रहें। जल संसाधन विभाग एवं सभी जिलाधिकारी गंगा नदी के साथ-साथ सभी जिलों के जलस्तर का अपडेट लेते रहें और तटबंधें की सतत निगरानी करते रहें।
अगर कहीं पर किसी प्रकार की क्षति हो तो वहां राहत एवं बचाव कार्य के लिए तत्काल कदम उठाये। दियारा और टाल क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखें। कम्यूनिटी किचेन की भी पूरी तैयारी रखें। प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को तत्काल सहायता पहुंचायी जाए, जल संसाधन सचिव संजीव कुमार हंस ने नदियों जलस्तर की अद्यतन जानकारी दी। वहीं आपदा प्रबंधन के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में कम्यूनिटी किचेन, बाढ़ राहत शिविर, पशु राहत शिविर तथा बाढ़ से बचाव एवं किये जा रहे राहत कार्यों क बारे में जानकारी दी।
बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, आपदा प्रबंधन के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन के ओएसडी सह पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ओएसडी गोपाल सिंह जबकि वीडियोकांफ्रेंसिंग से मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव पशु एवं मत्स्य संसाधन एन विजयालक्ष्मी, सचिव कृषि एन सरवन कुमार, सचिव ग्रामीण कार्य पंकज कुमार पाल समेत कई अधिकारी मौजूद थे, वहीं सभी १२ जिलों डीएम और एसपी ऑन लाइन जुड़े थे।