वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट के तहत जिले में मशरूम उत्पादन पर जोर
जहानाबाद। अब्दुलबारी नगर भवन में एक जिला एक उत्पाद कार्यक्रम के तहत् अखिल भारतीय मशरूम अनुसंधान परियोजना तथा कृषि विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन किसानों, जीविका दीदियों सहित आमजनों को प्रशिक्षण दिया गया।
मौके पर उपस्थित सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी ने बताया कि जहानाबाद जिला द्वारा एक जिला एक उत्पाद के तहत् मशरूम का चयन किया गया है। मशरूम के उत्पादन में कम लागत में अच्छा व्यवसाय किया जा सकता है। जिले में जीविका दीदियों द्वारा मशरूम की अच्छी खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले में मशरूम का उत्पाद कर अन्य राज्यों में उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे जिले का आर्थिक विकास निश्चित है तथा लोगों को स्वरोजगार का अवसर मिलेगा।
वहीं डीएम नवीन कुमार ने कहा कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत जिले में मशरूम उत्पादन का चयन कर हमारे प्रयास को सफ़लता मिली है। मशरूम से जिले की पहचान कैसे बने और किसानों की आय में वृद्धि कैसे हो, इस बारे में हमें आवश्यक और नवप्रवर्तन कदम उठाना होगा। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के द्वारा दोनों दिनों के प्रशिक्षण के दौरान बताया गया है कि बिना खेत के मशरूम की खेती को प्रत्येक घर में सभी लोग आसानी से कर सकते हैं। व्यवसाय के रूप में इसे अपनाकर सभी लोग आमदनी का जरिया भी बना सकते हैं।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने सरकार के तरफ़ से मिलने वाली अनुदान आधरित योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि मशरूम उत्पादन में, कोई व्यक्ति स्पान-बीज उत्पादन करें, कोई कंपोस्ट उत्पादन करें, कोई मशरूम उत्पादन करें, कोई मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग करें इस तरह से यह जिला मशरूम का हब बन जाएगा। मशरूम उत्पादन एक ऐसा व्यवसाय है जिसे छोटे एवं बड़े आकार में किया जा सकता है। यह हमारे जिले के लिए एक लाभप्रद अवसर है और हमें गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए इसे करना होगा।
वहीं डॉ दयाराम, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एडवांस्ड सेंटर फ़ॉर मशरूम रिसर्च डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विद्यालय पूसा समस्तीपुर ने किसानों को प्रशिक्षित करते हुए ओयस्टर मशरूम उत्पादन के प्रायोगिक विधि को बताया। साथ ही मशरूम से बनने वाले विभिन्न उत्पाद जैसे कटलेट, भुजिया, हलवा आदि प्रत्यक्ष बनाकर लोगों को खिलाया और मशरूम उत्पादन के लिए प्रेरित किया। मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार के अलावे चंदेश्वर बिंद, सुरेंद्र समदर्शी सहित काफ़ी संख्या में जीविका दीदी एवं प्रगतिशील किसान उपस्थित थे।