पटना

जहानाबाद: रौशन और शैलेन्द्र की सफलता से गांव में है जश्न का माहौल


बैंड बाजे से किया स्वागत

जहानाबाद। जिले के टेनीबीघा गांव के रहने वाले रोशन कुमार और शैलेन्द्र कुमार अब अफसर बनने जा रहे हैं। अपनी मेहनत और लगन के दम पर दोनों अपना और अपने परिवार का सपना पूरा किया है। अफसर बेटे के गांव आने पर ग्रामीण काफी खुश हैं। रौशन के घर पहुँचने पर ग्रामीणों ने फूल-माला और ढोल नगाड़ों से उसका स्वागत किया।

रोशन कुमार के माता-पिता आज से अठारह वर्ष पूर्व गांव छोड़ कर पटना जा बसे थे। यहां उन्होंने छोटी सी परचून की दुकान चला कर अपने मेधावी बेटे को सरकारी नौकरी में लाने का प्रण किया था। आज उस बेटे ने अफसर बन कर उनके अरमानों और सपने को पूरा कर दिया है। रोशन कुमार ने प्रतिष्ठित बीपीएससी (BPSC) की इंजीनयरिंग सेवा में सफलता के आयाम गढ़ते हुए 95वीं रैंक हासिल की है।

रोशन  की मां ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। गांव में पढ़ाई-लिखाई का सही माहौल नहीं होने की वजह से उनका परिवार वर्ष 2003 में पटना में किराया के मकान में रहने लगा। यहीं पर उन्होंने छोटी से परचून की दुकान खोल ली और उससे होने वाली आमदनी का बड़ा हिस्सा अपने बच्चों की पढ़ाई पर खर्च किया। इसका फल उन्हें अब मिला है। बीपीएससी की परीक्षा पास करने वाले रोशन कुमार सात वर्ष बाद अब अपने गांव आए हैं। कभी गांव की गलियों में घूमने वाले होनहार रोशन की सफलता पर ना सिर्फ उसके घरवाले बल्कि पूरा गांव गौरवान्वित महसूस कर रहा है।

इधर इसी गांव के शैलेंद्र कुमार का चयन दारोगा के रूप में हुआ है। शैलेंद्र के पिता चंदेश्वर प्रसाद किसान है और उन्हें अपने बेटे से काफी उम्मीदें थी जो उनके पुत्र शैलेंद्र ने साकार कर दिया। इस वाबत राजद प्रवक्ता डॉ शशिरंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि रौशन और शैलेंद्र की सफलता से पूरा गांव उत्साहित है और इनकी सफलता गांव के बच्चे बच्चियों के लिए मिल का पत्थर साबित होगी।