निष्पक्ष व पारदर्शी काउंसलिंग को लेकर की गयी थी चाक चौबंद व्यवस्था
जहानाबाद। काफ़ी लंबे समय से नियोजन की बाट जोह रहे शिक्षकों अभ्यर्थियों का काउंसलिंग सोमवार को सभी प्रखंड मुख्यालयों में शिविर लगाकर किया गया। इस दौरान जिले के कुल 73 पंचायतों के 340 रिक्त पदों के एवज में 228 अभ्यर्थी काउंसलिंग के लिए पहुंचे। इनमें 222 समान्य तथा छह अभ्यर्थी आरक्षित कोटे के थे। इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी रौशन आरा ने बताया कि पंचायतों के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी शांतिपूर्ण ढंग से पूर्ण हो गयी है।
काउंसिलिंग के बाद सभी अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रें की जांच के लिए विभाग को भेजा जा रहा है। सभी कागजातों के सही पाए जाने के बाद ही इन्हें नियोजन पत्र निर्गत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया को निष्पक्ष तथा पारदर्शी तरीके से संपन्न कराया गया है। इसे लेकर प्रखंडों में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जहां शिक्षा पदाधिकारी नहीं थे, वहां विभाग के अन्य अधिकारी तथा प्रधानाधयापक को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
सात पंचायतों के लिए शिक्षक नियोजन सम्पन्न
वंशी (अरवल)। सोनभद्र वंशी सूर्यपुर प्रखण्ड मुख्यालय स्थित प्रखण्ड संसाधन केंद्र में सोमवार को प्रखण्ड के एक पंचायत को छोड़ शेष सात पंचायतों में शिक्षक नियोजन शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ। नियोजन कार्यक्रम में नोडल सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा सरस्वती कुमारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ब्रजेश कुमार दीपक, अंचलाधिकारी विकेश कुमार सिंह नियोजन समापन तक उपस्थित रहे। नियत समय से प्रारंभ हुए नियोजन प्रक्रिया संध्या साढ़े चार बजे तक अंतिम अभ्यर्थी के आने तक जारी रही। वरीय पदाधिकारियों के उपस्थिति में काउंसलिंग रजिस्टर सहित सभी प्रपत्रें को सील किया गया।
उक्त सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बीआरपी संगीता श्रीवास्तव ने बताया कि शिक्षक नियोजन के लिए काउंसलिंग आयोजित किया गया था, जहाँ प्रत्येक पंचायतों में काउंसलिंग के लिए तीन-तीन शिक्षक सहित अन्य कई कर्मियों एवं शिक्षकों को मॉनिटरिंग के लिए लगाया गया था। नियोजन में सभी पंचायत निजोजन इकाई के सदस्य उपस्थित रहे। नोडल पदाधिकारी सह डीपीओ ने शांतिपूर्वक नियोजन सम्पन्न होने के लिए सभी कर्मियों को बधाई दिया।
इधर शिक्षक नियोजन को लेकर आयोजित काउंसलिंग को पूरी तरह निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा काफ़ी सतर्कता बरती गई थी। जहां एक ओर जिला शिक्षा पदाधिकारी रौशन आरा खुद शहर के राज्य संपोषित बालिका इंटर विद्यालय में मौजूद थी, वहीं दूसरी ओर प्रखंडों में स्थानीय बीडियो भी केंद्रों का निरीक्षण कर रहे थे। वहीं उप विकास आयुक्त मुकुल कुमार गुप्ता ने भी कई केंद्रों का निरीक्षण करते नजर आएं। सभी सातों काउंसलिंग केंद्र में अभ्यर्थियों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क भी बनाया गया था।
केन्दों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की भी चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। बताते चलें कि पूर्व में शिक्षक नियोजन में कई प्रकार की अनिमियता के मामलें सामने आ चुके हैं। इसे लेकर नियोजन की प्रक्रिया को पूरी तरह से निष्पक्ष संपन्न कराना एक बड़ी चुनौती थी, जिसमें जिले का विभाग सफ़ल होता नजर भी आया। इधर 73 पंचायतों के नियोजन इकाई के लिए हुई इस काउंसिलिंग को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने पर विभाग ने राहत की सांस ली है।