पटना

मुजफ्फरपुर: सेवा निवृत्त टेलीफोन कर्मी के खाते से आँनलाईन 22 लाख 40 हजार निकासी मामले में चार फ़्राड गिरफ्तार 


11 लाख 24 हजार रुपये नगद, तीन लैपटॉप, 12 पासबुक, 20 आधार कार्ड बरामद 

मुजफ्फरपुर। दूरसंचार विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी रामदेव राम के मोबाइल नंबर को पोर्ट करा कर ऑनलाइन 22 लाख 40 हजार रुपया निकासी मामले में पुलिस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी जब इस मामले की साजिश रचने से लेकर अंजाम देने वाले चार फ्रॉड पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

इस संबंध में पर यह पुलिस कप्तान जयंत कांत ने शनिवार को बुलाए गए प्रेस वार्ता में बताया कि नगर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने बीती रात गस्ती के दौरान एक आई टेन कार को कब्जे में लिया जिस पर सवार मोहम्मद जफर इकबाल 42 पिता मोहम्मद अमीन नितेश कुमार सिंह पिता तेज नारायण सिंह, मंजय कुमार सिंह पिता भरत प्रसाद सिंह, पुपरी तुर्की ओपी फिलहाल बैकुंठपुर बैरिया में  अरुण कुमार श्रीवास्तव के मकान में निवास एवं राजेश कुमार पिता शिवचंद्र शर्मा लहलादपुर पातेपुर वैशाली को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से पुलिस ने 11 लाख 40 हजार रुपये , तीन लैपटॉप 12 पासबुक, बीस आधार कार्ड एवं एक पैन कार्ड भी बरामद की गई।

वरीय पुलिस कप्तान जयंत कांत ने बताया कि बैंक कर्मी नितेश कुमार सिंह, मंजय कुमार जफर इकबाल और राजेश कुमार चैनल बनाकर यह धंधा कर रहे थे। नितेश मोटी रकम वाले खातेदार की पहचान कर राशि से मंजय को अवगत कराता था या जफर इकबाल को सीधे सूचित करता था। इस मामले में फिर राजेश कुमार फर्जी आधार कार्ड बनाकर अवैध ढंग से निकासी को अंजाम तक पहुंचाया करता था।

पुलिस कप्तान ने बताया कि गुजरे दस अगस्त को काजी मोहम्मद, मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के दामू चक शिवपुरी निवासी प्रोफेसर मीना कुमारी के खाते से एक करोड़ 30 हजार की निकासी मामले में भी इस टीम ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। विदित हो कि इस मामले में पचासी लाख रुपया फ़्रिज किया हुआ है। पकड़े गए फ़्राड टीम के छपरा, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी और सीतामढ़ी जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में फ़्राड्जिम का मामला दर्ज है।

पुलिस टीम को मिली सफलता में प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार डीआरयू के मधुसूदन प्रसाद अक्षय कुमार एवं अनुसंधान कर्ता ओमप्रकाश शामिल थे जो नगर थाना में दर्ज कांड संख्या 487/ 21 मामले की छानबीन कर रहे थे।यह मामला जो तीन जुलाई 20 21 को रामदेव राम पिता बद्रीराम शाहपुर काँटी की ओर से दर्ज करायी गयी थी। आवेदक ने अपने खाते से मोबाइल नंबर पोर्ट करा कर अवैध ढंग से 22 लाख ₹40 हजार निकासी करने का आरोप लगाया था।