भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने सोमवार को कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) के खिलाफ विपक्ष की तरफ से की गई राजनीति पर नाराजगी जताई और कहा कि कोरोना वैक्सीन (Covid Vaccine) के मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों ने खूब राजनीति की, लेकिन उसके बाद भी भारत में चल रहा टीकाकरण अभियान दुनिया में सबसे तेज और सबसे आगे रहा. जेपी नड्डा ने सोमवार को दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में टीकाकरण केंद्रों का दौरा किया और उसके बाद मीडिया से बात करते हुए वैक्सीन को लेकर विपक्ष से कई सवाल पूछे.
नड्डा ने कहा, “देश में टीकाकरण कार्यक्रम के शुरू होते समय विपक्ष ने सबसे पहले कहा था कि अभी वैक्सीन का ट्रायल पूरा नहीं हुआ है, इसलिए वैक्सीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता. यहां तक कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने तो ये तक कह दिया था कि लोगों को ‘गिनी पिग’ बनाया जा रहा है.” नड्डा ने कहा, “आखिर ये कैसी भाषा है?” दरअसल, गिनी पिग की बात करते हुए नड्डा ने अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा है, क्योंकि उन्होंने पिछले साल दिसंबर में कहा था कि ‘वैक्सीन के ट्रायल के लिए भारत को एक लैब नहीं बनाया जाना चाहिए. हम कोई गिनी पिग या चूहे नहीं हैं’.
“काफी प्रयास किए गए टीकाकरण को बदनाम करने के”
नड्डा ने कहा कि इस तरह टीकाकरण अभियान को बदनाम करने के खूब प्रयास किए गए, लेकिन इसके बाद भी कोरोना से निपटने के लिए देश के 1.3 बिलियन नागरिकों के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) इस घातक बीमारी के खिलाफ टीकाकरण कार्यक्रम को आगे लेकर गए. नड्डा ने कहा, “मैं उन राजनेताओं से सवाल पूछना चाहता हूं जो खुद को ‘गिनी पिग’ कह रहे थे और आज वे अपना टीकाकरण करवा रहे हैं. क्यों? उन्हें क्या हुआ? इन लोगों ने इस तरह की इतनी बड़ी पहल का भी राजनीतिकरण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.”
अखिलेश यादव और राहुल गांधी के बयानों का किया जिक्र
जेपी नड्डा ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत विपक्षी पार्टियों के कई नेताओं की कड़ी आलोचना की है, जिन्होंने केंद्र सरकार की कोरोना वैक्सीन नीति पर लगातार राजनीति की. अखिलेश यादव ने जनवरी महीने में कहा था कि वे कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे, लेकिन 8 जून को ही उन्होंने यू-टर्न ले लिया और घोषणा की कि वह वायरल बीमारी के खिलाफ जाग गए हैं.”
अपने बयान पर जनता के आक्रोश को देखते अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा था, “हम तो बीजेपी की वैक्सीन के खिलाफ थे, लेकिन हम भारत सरकार की वैक्सीन का स्वागत करते हैं. मैं भी कोरोना की वैक्सीन लगवाऊंगा और मैं उन लोगों से भी टीका लगवाने की अपील करता हूं जो वैक्सीन की कमी के कारण नहीं लगवा सके थे.”
देशभर में अब तक 280,036,898 लोगों को लगाई गई वैक्सीन
वहीं, राहुल गांधी जो केंद्र सरकार की टीकाकरण नीति के सबसे मजबूत आलोचक रहे हैं, ने 16 जून को कोविशील्ड की दो डोज के बीच के अंतर को 12 से 16 हफ्ते तक बढ़ाने के फैसले पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा, जबकि मई महीने में राहुल गांधी ने ही कहा था कि अगर वर्तमान रफ्तार से टीकाकरण जारी रहा, तो पूरी आबादी को 2024 तक वैक्सीन लग पाएगी, इसलिए सरकार को इसके लिए कोई समाधान निकालना चाहिए. इस बीच सरकार ने बताया कि देशभर में अब तक 280,036,898 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इसी के साथ, आज से 18 साल से ज्यादा उम्र वर्ग के सभी लोगों को केंद्र सरकार की तरफ से कोरोना की वैक्सीन मुफ्त लगाई जा रही है.