पटना (आससे)। साढ़े तीन साल बाद राजद के नेताओं से वर्चुअली मुखातिब हुए लालू प्रसाद यादव करीब तीन मिनट ही बोल सके। मीटिंग के दौरान उनका ऑक्सीजन लेवल डाउन हो गया। तबीयत ठीक न लगने पर उन्होंने तबीयत ठीक होने पर आप लोगों के बीच जरूर आएंगे… कहकर सभी को नमस्कार किया। तेजस्वी यादव ने पहले ही यह बात सभी को बता दी थी कि लालू प्रसाद की तबीयत बहुत ठीक नहीं है और वे ज्यादा नहीं बोलेंगे। वही हुआ भी।
मीटिंग के दौरान लालू प्रसाद टी-शर्ट पहने हुए थे। उनकी आवाज भारी लगती रही और सांस भी फूलती रही। कई बार बोलते-बोलते रुक जा रहे थे। धीरे-धीरे बोल रहे थे। लालू पहले जिस तरह रैलियों में बोलते रहे हैं, वैसा तो नहीं बोल पा रहे थे। तेज और ऊंची आवाज गायब थी। इन सबके बावजूद लालू प्रसाद का हौसला देखने लायक रहा।
कई साल बाद उन्हें इस तरह से बोलते सुन उनके शुभचिंतक काफी खुश हुए, लेकिन जिस तरह थोड़ी देर बोलने के बाद थकने से लगे, उससे निराशा हुई। हालांकि लालू प्रसाद ने उनसे वादा किया कि वे जैसे ही बीमारी से ठीक होंगे, लोगों के बीच आएंगे।
लालू प्रसाद की तबीयत ठीक नहीं होने की वजह से वर्चुअल मीटिंग में भी देर हुई। इसका समय 2 बजे तय था, लेकिन शुरू हुई 2:45 बजे। हालांकि इसमें थोड़ी देर तकनीकी कारणों से भी हुई। सुनते हुए लगता रहा कि लालू प्रसाद और बोलेंगे। लेकिन उनकी सांस फूलने लगी तो अपना संबोधन खत्म करना बेहतर समझा।
अपनी पहली वर्चुअल मीटिंग में जुड़ते ही लालू प्रसाद ने सबके साथ दुआ सलाम किया। कोरोना से परेशान बिहार के लोगों के प्रति चिंता प्रकट की। कहा कि स्वस्थ होते ही आप लोगों के बीच में आऊंगा। आप सभी पूरी तरह से अपने गरीब लोगों की सेवा करिए। लाखों लाख लोगों की मौत हुई है। चारों तरफ तबाही है। ऐसे समय में आपका फर्ज होता है कि जितना हो सके, जनता के बीच जाकर उनकी सेवा करिए। हम बीमार हैं, इस स्थिति में कहीं नहीं जा रहे हैं। जैसे ही ठीक होंगे, आप सबके बीच आएंगे।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने मीटिंग शुरू करते हुए कहा कि बिहार में सरकारी अस्पतालों की स्थिति इतनी खराब है कि जनता वहां नहीं जाना चाहती है। सरकार कोरोना में हर तरह से विफल हो रही है। राष्ट्रीय जनता दल हर तरह से मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि पटना से बाहर शेष बिहार में स्वास्थ्य सुविधा नहीं है।
राजद सुप्रीमो की वर्चुअल मीटिंग में तेजस्वी यादव सहित राजद के विधायक, पार्षद और पार्टी के हारे हुए प्रत्याशी समेत कुल 144 नेता जुड़े। इस मीटिंग का इंतजार सभी को इसलिए था कि लंबे अरसे के बाद लालू प्रसाद ने पार्टी के नेताओं के साथ संवाद किया।
जमानत पर छूटने के बाद सभी को इंतजार था कि लालू प्रसाद की राजनीतिक गतिविधियां कब शुरू होती हैं। यह इंतजार अब खत्म हो गया। अभी तो लालू प्रसाद खास नेताओं से ही जुड़े, लेकिन इसके बाद होने वाली वर्चुअल मीटिंग में वे पार्टी के पदाधिकारियों से भी जुड़ेंगे।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने लगभग साढ़े तीन साल बाद पहली बार किसी राजनीतिक मीटिंग में हिस्सा लिया। विधायकों के साथ बात करना राजनीतिक बैठक ही माना जाएगा। वह फिलहाल झारखंड हाईकोर्ट से जमानत पर बाहर आए हैं। इसलिए इस मीटिंग पर सीबीआई की भी नजर थी। लालू की राजनीतिक बयानबाजी को आधार बनाकर सीबीआई उनकी जमानत को रद्द कराने फिर से कोर्ट जा सकती है।
रविवार को 2 बजे होने वाली वर्चुअल मीटिंग को लेकर शनिवार को ट्रायल भी किया गया। ट्रायल में कुछ विधायक तकनीकी कारण से नहीं जुड़ पाए थे। उस तकनीकी बाधा को पूरा किया गया। ट्रायल की जानकारी कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर शेयर भी की थी।
रणविजय साहू ने सोशल मीडिया पर वर्चुअल मीटिंग के रिहर्सल की फोटो साझा करते हुए लिखा कि लालू जी के आने से राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार होगा। पार्षद रामबली चंद्रवंशी ने कहा कि लालू प्रसाद एक विचारधारा का नाम है। इसलिए उनके संदेश का राष्ट्रीय महत्व है। देश की राजनीति जिस दिशा में जा रही है वैसे समय में लालू प्रसाद का हर शब्द मायने रखता है।