उत्तर प्रदेश लखनऊ

‘तांडव’ मामलेमें एफआईआर, एक्शनमें लखनऊ पुलिस


लखनऊ(एजेंसी)। चर्चित वेब सीरीज ‘तांडवÓ मामले में लखनऊ हजरतगंज में केस दर्ज होने के बाद पुलिस एक्शन में आ गई है। मामले की जांच लेकर चार पुलिस कर्मियों की एक टीम मुंबई के लिए रवाना हो गई है। पूरे मामले में पुलिस वेब सीरीज के निर्देशक और लेखक से पूछताछ करेगी। आपको बता दें कि ‘तांडवÓ वेव सीरीज में कई अशोभनीय बातों और प्रधानमंत्री के गरिमामय पद को ग्रहण करने वाले व्यक्ति का चित्रण खराब तरीके से करने के मामले में डायरेक्टर अली अब्बास जफर, निर्देशक हिमांशु कृष्ण मेहरा, लेखक गौरव सोलंकी और अमेजन प्राइम की ओरिजनल कंटेन्ट इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित के खिलाफ रविवार देर रात एफआईआर दर्ज कराई गई है। यह एफआईआर लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली के सब इंस्पेक्टर अमरनाथ यादव की तहरीर पर लिखी गई है। सब इंस्पेक्टर अमरनाथ ने एफआईआर में लिखा है कि इस वेव सीरीज के कई अंश सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। इसके बाद ही कई अधिकारियों ने इस सीरीज को देखा तो पाया गया कि सीरीज के प्रथम एपीसोड के 17 वें मिनट में देवी-देवताओं को बोलते दिखाया गया है जिसमें निम्न स्तरीय भाषा का प्रयोग किया गया है। इसी तरह कई जगह पर साम्पद्रायिक भावनाओं को भड़काने वाले संवाद है। महिलाओं का अपमान करने जैसे कई दृश्य है।
इस सीरीज की मंशा एक समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है। लिहाजा इस सीरीज के निर्माता-निर्देशक व लेखक और अमेजन प्राइम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना जरूरी है। इस मामले में आईपीसी की धारा 153-ए, 295, 505 एक बी, 505 टू, 469,आईअी एक्ट 66, 66 एफ, 67 के तहत मुकदमा लिखा गया है। इस मामले में बीजेपी प्रवक्ता और मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट करके कहा था, जन भावनाओं के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वेब सीरीज की आड़ में नफरत फैलाने वाली वेब सीरीज तांडव की पूरी टीम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने लिखा इस टीम को धार्मिक भावनाओं को आहत करने की कीमत तो चुकानी ही पड़ेगी। 4 साल में तैयार होने वाले इस सुपर स्पेशियलिटी कमांड हॉस्पिटल के भीतर मौजूद सुविधाओं की यदि बात करें तो अस्पताल की पहली मंजिल पर लैब होंगी और उसके बगल में 6 ब्लॉक होंगे। जिनमें ए ब्लॉक में इमरजेंसी, पॉलीक्लीनिक, पीडियाट्रिक्स, रेस्पिरेटरी, न्यूरोलॉजी के वार्ड होंगे। बी ब्लॉक में रेडिएशन थेरेपी, आंकोलोजी, यूरोलॉजी विभाग और वार्ड होंगे। सी ब्लॉक में ऑपरेशन थिएटर, पैथोलोजी, एनेस्थेसिया, कार्डियोलोजी, आइसीयू और उनके वार्ड शामिल होंगे। डी ब्लॉक में बर्न सेंटर, रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी, न्यूरोलॉजी, क्राइसिस वार्ड होंगे। ई ब्लॉक में रिहेबिलिटेशन, साइकेट्री, आंख, ईएनटी, गैस्ट्रोएंट्रोलोजी, नेफ्रोलोजी की सुविधाएं होंगी और वहीं एफ ब्लॉक में रिसेप्शन, रजिस्ट्रेशन और प्रशासनिक कार्यों को किया जाएगा। इसी के साथ दूसरी मंजिल पर आइसीयू, तीसरी से 17वीं मंजिल तक जवानों, जेसीओ और सैन्य अधिकारियों व उनके परिवारीजनों के लिए विभागवार वार्ड होंगे।