गहराता आर्थिक संकट
विदेशी ऋण का डिफाल्ट होना रूस की वित्तीय साख में तेजी से होने वाले बदलाव की और संकेत करता है। मार्च की शुरुआत के बाद से रूस के यूरोबॉन्ड ने निचले स्तरों पर कारोबार किया है। युद्ध के चलते केंद्रीय बैंक के विदेशी भंडार फ्रीज कर दिए गए हैं और वहां के बड़े बैंक वैश्विक वित्तीय प्रणाली से अलग हो गए हैं। लेकिन अर्थव्यवस्था और बाजार को हुए नुकसान को देखते हुए विदेशी ऋण न चुका पाना ‘कोढ़ में खाज’ के सामान है।