नई दिल्ली । Delhi Mundka Fire 2022: दिल्ली के मुंडका में स्थित एक चार मंजिला इमारत में लगी आग ने फिर से राजधानी की ऐसी इमारतों पर ध्यान खींचा है जो बड़े हादसों की वजह बन सकती हैं। दिल्ली समेत देश के तमाम राज्यों में हर साल इस तरह के बड़े हादसे होते ही रहते हैं। इसके बावजूद इन पर कुछ समय तक ध्यान देने के बाद बाद में हर चीज सामान्य हो जाती है। दिल्ली की ही बात करें तो यहां पर उपहार कांड रहा हो या फिर दिल्ली के तंग इलाकों में लगी आग रही हो या अन्य, सभी में एक बात सामान्य तौर पर सामने आई है कि वहां पर फायर सेफ्टी के निमयों को ताक पर रखा गया था।
फिर सामने आई एनओसी न होने की बात
मुंडका की आग में दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत के बाद जो बात सामने आई है उसमें भी यही कहा जा रहा है कि इस बिल्डिंग को एनओसी या नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिला था। आग के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने वाले इस बड़े कारण का हर बार सामने आना बताता है कि हमारी व्यवस्था में कहीं बड़ी गड़बड़ी है। इस गड़बड़ी को हम लोग जानते हुए भी नजरअंदाज कर देते हैं। आगे जाकर यही अनदेखी किसी बड़े हादसे और इसके बाद लगने वाले आरोप-प्रत्यारोपों को जन्म देती है।