- देश में कोरोना संक्रमण का कहर जारी है। इस संक्रमण से अब तक 3 लाख 90 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। करोड़ों की संख्या में इस बीमारी से लोग संक्रमित है। महामारी को काबू में करने के लिए टीकाकरण अभियान भी जारी है। लेकिन इस बीच कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामलों को लेकर नई मुसीबत आ गयी है। देश में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट के करीब 40 नए मामले सामने आए हैं। इन मामलों के सामने आने के बाद लोगों के बीच चिंता बढ़ गयी है।
देश के राज्यों में 4 में डेल्टा प्लस वैरिएंट 40 केस की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र, मध्य मध्य प्रदेश, केरल और तमिलनाडु राज्य शामिल हैं। यह नया स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ भारत में सबसे पहले सामने आए ‘डेल्टा’ या ‘B.1.617.2’ स्वरूप में ‘उत्परिवर्तन’ से बना है। भारत में संक्रमण की दूसरी लहर आने की एक वजह ‘डेल्टा’ भी था। कोरोना वायरस का ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप भारत के अलावा, अमेरिका, ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस में मिला है।
भारत के कोविड-19 की दूसरी लहर जितनी तेजी से आगे बढ़ी थी, उसी तरह अब कमजोर हो चुकी है लेकिन डेल्टा प्लस जैसे संक्रामक स्वरूप के वजूद में आने से शायद यह खत्म नहीं हुई है। कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस स्वरूप, डेल्टा स्वरूप या बी 1.617.2 में बदलाव से बना है। डेल्टा स्वरूप की सबसे पहले पहचान भारत में हुई और देश में दूसरी लहर के लिए और ब्रिटेन समेत अन्य जगहों पर संक्रमण के प्रसार में इसकी प्रमुख भूमिका रही है।