उत्तर प्रदेश

धर्मांतरण केसके बाद अलर्ट मोड पर पुलिस, प्रार्थना सभाओंपर कड़ी निगरानी के आदेश


शाहजहांपुर(हि.स.)। उत्तर प्रदेश के शहजहांपुर जिले में धर्मांतरण के तीन मामले दर्ज होने के बाद जिले के सभी पुलिस थानों को अपने इलाके में हो रहीं प्रार्थना सभाओं पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं कि कहीं उनकी आड़ में धर्मांतरण नहीं हो रहा है। पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने मंगलवार को बताया कि जिले के थानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्र में हो रही प्रार्थना सभा की पूरी जानकारी रखें तथा जब पूरी तरह आश्वस्त हो जाएं कि प्रार्थना की आड़ में लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा है। आनंद ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री राजेश अवस्थी ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ रविवार को शहर कोतवाली अंतर्गत आवास विकास कालोनी में एक किराए के मकान में चल रही प्रार्थना सभा में शिरकत कर रहे पांच लोगों को बरेली मोड़ चौकी प्रभारी जितेंद्र सिंह को सौंपा था, जिसके बाद पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच में पाया गया कि हिरासत में लिए गए आरोपियों में से तीन हिंदू हैं तथा दो ईसाई। ऐसे में हिंदू -हिंदू का धर्म परिवर्तन कैसे कर सकता है? उन्होंने बताया कि मामले की विवेचना की जा रही है। आरोपियों में डेविड, जगन (कन्याकुमारी), अजय कुमार, रजत कुमार तथा शिरीष गुप्ता शाहजहांपुर निवासी को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे विवेचना के दौरान जांच में पुलिस का सहयोग करेंगे। जिले में जबरन धर्मातंरण का पहला मामला कोतवाली पुलिस ने उन्नीस दिसंबर को दर्ज किया था, जिसमें मोहम्मद सैयद पर शादी के लिये एक हिंदू महिला का जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप था। इस तरह का दूसरा मामला 20 दिसंबर को कटरा पुलिस थाने में दर्ज किया गया था तथा तीसरा मामला कोतवाली में रविवार को दर्ज किया गया है ।