वाराणसी

नया कृषि कानून उत्पादकता बढ़ाने वाला-सूर्यप्रताप शाही


कृषि मंत्री बोले दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए देशी नस्ल के पशुओं की जरूरत

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने  कहा कि नयी कृषि कानून उत्पादकता को बढ़ाने में मोर क्रॉप पर ड्रॉप योजना महत्वपूर्ण होगी।  दलहन और तिलहन के आयात पर प्रतिवर्ष ७५ हजार करोड़ खर्च हो रहा जिसे रोका जा सकता है और अन्य उत्पादक कार्यों में निवेश करने से आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक सिद्ध होगा। गुरुवार को काशी विद्यापीठ के श्री बलवंत सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर भैरव तालाब,  में शताब्दी वर्ष समारोह के अवसर पर तकनीकी खंड के लोकार्पण कार्यक्रम में वह मुख्य अतिथि पद से सम्बोधित कर रहे थे। उत्पादन को बढ़ाने में भारतीय परम्परागत कृषि विकास योजना पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि फल एवं फूलों से निरंतर आय प्राप्त होगा । उन्होंने कृषकों और छात्रों को आवाह्न करते हुए कहा कि नये कृषि कानून के आर्थिक सामाजिक सशक्तिकरण के लाभ आम लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करें। उन्होंने दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के लिए देश नस्ल के पशुओं पर शोध करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कृषि विकास के लिए नए प्रस्ताव प्रदेश सरकार को प्रेषित करने का प्रयास करें। वाइसचांसलर प्रोफेसर टी.एन .सिंह ने कहा कि सीमित संसाधनों एवं प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद भी विश्वविद्यालय क्षेत्रीय विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है।  उन्होंने कहा कि आज यह आवश्यकता कि छात्रों को समाज में आगे बढ़ कर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। छात्राओं की बढ़ती भागीदारी बदलते परिवेश का प्रमाण है जिससे पूरा परिवार ही नहीं पूरा समाज गौरवनवित है।कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ दीप प्रज्वलन , स्वस्तिवाचन से होगा। अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर किया । अतिथियों का वाचिक स्वागत विश्वविद्यालय के यू जी सी नोडल अधिकारी प्रोफेसर निरंजन सहाय ने किया।कृषि संकाय के प्रभारी डॉक्टर ओम प्रकाश सिंह ने संकाय के क्रिया कलापों पर प्रकाश डाला।संचालन प्रोफेसर निरंजन सहाय तथा डॉक्टर पारिजात सौरभ ने सहयोग किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की प्रथम महिला डॉक्टर अल्पना सिंह, प्रोफेसर योगेन्द्र सिंह, प्रोफेसर अजीत शुक्ला, प्रोफेसर के एस जायसवाल, प्रोफेसर रंजन, प्रोफेसर सत्या सिंह, प्रोफेसर वन्दना सिन्हा, प्रोफेसर अनुराग कुमार, सहायक  रजिस्टर  हरीश चंद, डॉक्टर सूर्य नाथ सिंह, अभियंता दीक्षित, डॉक्टर भाव्या राज पांडे, डॉक्टर सुरेन्द्र, डॉक्टर वैभव, डॉक्टर प्रेम चंद, डॉक्टर बलवंत, डॉक्टर विजय, डॉक्टर विशाल कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।