खुद स्वीकारी हार
इसमें सबसे चर्चित नाम भाजपा की पूर्व सरकार में गृह मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा का है। नरोत्तम मिश्रा ने हार के बाद आज कार्यकर्ताओं के सामने अपनी हार स्वीकारी और जनता का फैसला सबसे बड़ा बताया।
कार्यकर्ता ने टोका
इस बीच हार के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जब नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शायद जनता को लगा कि हम उनके लिए काम नहीं कर पाए, तभी एक कार्यकर्ता ने उन्हें टोक दिया। कार्यकर्ता ने कहा, ‘कैसे नहीं कर पाए दादा, सब हुआ है…’। इसके बाद नरोत्तम मिश्रा ने उन्हें आगे बोलने से रोक दिया।
भाजपा को मिली है 163 सीटें
बता दें कि भाजपा को मध्यप्रदेश में 230 में से 163 सीटें मिली हैं। वहीं, कांग्रेस को बुरी हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस इस बार केवल 66 सीट ही जीत पाई है। वहीं, एक सीट अन्य के खाते में गई है।
कई दिग्गज हारे
भाजपा की जीत की आंधी के बीच कई ऐसे नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ा है, जिनकी जीत पक्की मानी जा रही थी। इनमें निवास सीट से केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सतना से सांसद गणेश सिंह शामिल हैं।