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निजी अस्पतालों के खिलाफ मिल रही शिकायत, DM और CMO लें एक्शन: सीएम योगी


लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश में कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 को अहम दिशा-निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा कि विभिन्न जनपदों में कुछ निजी अस्पतालों द्वारा बेड, ऑक्सीजन (Oxygen) आदि का कृत्रिम अभाव पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है. कुछ निजी अस्पतालों में शासन द्वारा तय शुल्क दर से कई गुना अधिक की वसूली करने की घटनाओं की जानकारी मिली है. यह कतई उचित नहीं है. इस प्रकार की गतिविधियां आपराधिक हैं. सभी डीएम/सीएमओ ऐसे अस्पतालों पर नजर रखें और सख्ती के साथ कार्रवाई करें. मरीज और उसके परिजन का किसी भी प्रकार उत्पीड़न स्वीकार नहीं किया जा सकता. सीएम ने कहा कि शासन के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी कई कोविड अस्पताल न तो मरीज के परिजन को उनके मरीज के स्वास्थ्य की दैनिक जानकारी दे रहे हैं और न ही खाली बेड्स की संख्या सार्वजनिक कर रहे हैं. डीएम/सीएमओ ऐसे अस्पतालों से वार्ता कर व्यवस्था ठीक कराएं अन्यथा की दशा में कार्रवाई सुनिश्चित करें. चिकित्सा शिक्षा मंत्री स्तर से ऐसे अस्पतालों की निगरानी की जाए. एल-1 एल-2 एल-3 बेड्स की जनपदवार समीक्षा की जाए.

ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए सभी जरूरी प्रबंध हो रहे

सीएम ने कहा कि प्रदेश में सभी जिलों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किये जा रहे हैं. भारत सरकार से हमें लगातार सहयोग मिल रहा है. 6 मई को पहले 1032 मीट्रिक टन का वितरण किया गया. इसमें केवल रीफलर के माध्यम से ही 612 एमटी की आपूर्ति प्रदेश में की गई. वाराणसी में जल्द क्रियाशील हो रहे डीआरडीओ के कोविड अस्पताल को ट्रायल के लिए 10 एमटी ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई. इनकी अन्य आवश्यकताओं की भी पूर्ति की जाए. कल तक जामनगर (गुजरात) से 80 टन ऑक्सीजन के प्रदेश में और जायेगा. दो ऑक्सीजन एक्सप्रेस आज रात तक और आ रही हैं. एसीएस होम स्तर से सभी जिलों की जरूरत को देखते हुए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए. ऑक्सिजन वेस्टेज को न्यून्तम रखने और आपूर्ति बढाने के लिये सभी जरूरी प्रयास किए जाएं

 भारत सरकार ने प्रदेश को 400 मीट्रिक टन के टैंकर दिए

सीएम ने कहा कि वर्तमान में 89 टैंकर ऑक्सीजन से सम्बंधित कार्य में क्रियाशील हैं. भारत सरकार ने प्रदेश को 400 मीट्रिक टन के टैंकर दिए हैं. रिलायंस और अडानी जैसे निजी औद्योगिक समूहों की ओर से टैंकर उपलब्ध कराए गए हैं. ऑक्सीजन के संबंध में टैंकरों की संख्या और बढ़ाये जाने की जरूरत है. क्रायोजेनिक टैंकरों के संबंध में ग्लोबल टेंडर जारी करने की कार्यवाही कल तक पूरी कर ली जाए.