कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार
♦मास्क पहनने में लोग कर रहे हैं लापरवाही ♦करें व्यापक प्रचार, पटना, मोतिहारी और दरभंगा डीएम को सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसिएशन ♦आशा कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन तो एएनएम को मिला किट
(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। दवा की भी किसी प्रकार की कमी नहीं है। हमने कई जगह जाकर देखा कि लोग मास्क पहन रहे हैं या नहीं। लोग मास्क पहनने में लापरवाही बरत रहे हैं। हमने लोगों को समझाने के लिए प्रचार-प्रसार करने को कहा है। उन्होंने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है, मुझे उम्मीद है कि इसी महीने बचे हुए काम भी आप लोग प्रारंभ कर देंगे। स्वास्थ्य विभाग बेहतर ढंग से काम कर रहा है। मुख्यमंत्री मंगलवार को 2705.35 करोड़ की 989 योजनाओं का रिमोट के माध्यम से शिलान्यास, उद्घाटन एवं कार्यारांभ का उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना बताई जा रही है, इसे देखते हुए सभी लोग सचेत और जागरूक रहें। सभी लोग टीकाकरण करायें, कोई भी छूटे नहीं, लोग मास्क जरूर पहनें, आपस में दूरी बना कर रहें और हाथ को साफ सुथरा रखें। बिना जरूरत कहीं बाहर नहीं निकलें। उन्होंने कहा कि हमारी इच्छा थी कि सभी जगहों पर चिकित्सा की सुविधा मिले। इसको लेकर आज बड़ी संख्या में कई योजनाओं की शुरूआत की गयी है।
पहले बिहार के लोगों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता था। एक बार हम लोगों ने सर्वेक्षण कराया तो पता चला कि खाने से ज्यादा लोगों को दवा पर खर्च होता था। तब हम लोगां ने निर्णय लिया कि अस्पतालों में इलाज के साथ-साथ दवा की उपलब्धता करायेंगे। पहले की स्थिति में और आज की स्थिति में कितना परिवर्तन हुआ है, यह किसी से छुपी नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले की स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति और उसमें अब क्या प्रगति हुई है इसके बारे में सोशल मीडिया पर लोगों को जानकारी दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में भोजन उपलब्ध कराने के लिए दीदी की रसोई कार्यक्रम की शुरूआत की गयी। कई प्रकार के काम से महिलाओं को जोड़ा गया। दीदी की रसोई के माध्यम से अस्पतालों में गुणवत्ता पूर्ण भोजन उपलब्ध कराने पर काम किया जा रहा है। टेलिमेडिससिन के माध्यम से चिकित्सा उपलब्ध कराने के क्षेत्र में काम किया जा रहा है। उन्होंने बाल हृदय शल्य योजना के संबंध में बताया कि जिसके दिल में छेद है वैसे बच्चों के इलाज का काम हमलोगों ने शुरू किया है। यह कितनी अच्छी बात है। कल ही जनता दरबार में इस तरह का मामला आया तो तत्काल हमने बात की तो कहा गया कि इसका चयन हो गया है और उनका इलाज कराया जायेगा।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मार्च से कोरोना का प्रभाव दिखा और हम लोगों ने लोगों के बचाव और रक्षा के लिए एक-एक काम किये। इसके लिए केंद्र सरकार से भी सहायता मिली। राज्य सरकार द्वारा १० हजार करोड़ से अधिक खर्च किये गये। उन्होंने कहा कि हमने तो कोरोना के पहले दौर से ही कोरोना से मृत लोगों के परिजनों को चार लाख रुपये देने का प्रावधान किया है। हम ज्यादा प्रचार-प्रसार नहीं करते हैं। हम काम पर भरोसा रखते हैं।
कल भी एक व्यक्ति आये उनकी पत्नी का निधन दिल्ली में कोरोना से हो गया था। उन्होंने बताया कि उन्हें मुआवजा नहीं मिला है। हमने कहा कि बिहार के रहने वालों की अगर बिहार के बाहर कोरोना से मृत्यु होती है तो उन्हें भी चार लाख का मुआवजा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की जांच गांव शहर में हर जगह की जा रही है। हमारी इच्छा है कि दो लाख से भी अधिक कोरोना जांच प्रतिदिन हो। जांच करने का उद्देश्य है कि कोरोना संक्रमितों का पता चल सके, जिससे कोरोना के फैलाव को रोका जा सके और संक्रमितों का इलाज हो सके।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने जश्न-ए-टीका पोर्टल, ई-संजीवनी ओपीडी एप की शुरूआत की। दीदी की रसोई, बाल हृदय योजना पर एवं स्क्रैप से मुक्ति योजना पर आधारित अलग-अलग लघुवृत चित्र दिखाया गया। अपर कार्यपालक निदेशक राज्य स्वास्थ्य समिति अनिमेष कुमार परासर ने टीकाकरण की प्रगति तथा विशेष स्वास्थ्य सचिव अरविंदर सिंह ने आयुष चिकित्सा पर आधारित जानकारी दी। सभी एएनएम को चिकित्सकीय उपकरणों, सामग्रियों का एक कीट एवं आशा कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रुप से एएनएम मनीषा कुमारी को किट प्रदान किया। जीएनएम सुमन शिखा को नियुक्ति पत्र दिया गया। मुख्यमंत्री ने टीकाकरण कार्य के लिए पटना डीएम डा चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी मोतिहारी शीर्षत कपिल अशोक एवं दरभंगा के डीएम एसएन त्यागराजन को सर्टिफिकेट औफ एप्रीसिएशन प्रदान किया गया। कार्यक्रम के दौरान बिल एंड मिलिंडा गेट्स फांडेशन के कंट्री हेड हरि मेनन और मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीकी सहयोग हेतु एकरारनामे पर हस्ताक्षर किया गया। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं रेणु देवी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, ग्रामीण विकास के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, भवन निर्माण के प्रधान सचिव कुमार रवि, ग्रामीण विकास सचिव सह जीविका के कार्यपालक निदेशक बाला मुरुगन डी तथा वीडियो कांफेंसिंग से ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज, सहित अन्य मंत्रीगण समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी जुड़े हुए थे।