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नूपुर शर्मा के बयान पर उबले खाड़ी देश, सऊदी अरब और UAE को कैसे मनाएगा भारत? क्‍या है एक्‍सपर्ट व्‍यू


नई दिल्‍ली, । Nupur Sharma vs Gulf country: भाजपा प्रवक्‍ता नूपुर शर्मा के बयान की आंच खाड़ी देशों तक पहुंच गई है। नुपुर के इस बयान पर खाड़ी देशों ने कड़ा ऐतराज जताया है। कई खाड़ी मुल्‍कों ने इस पर अपनी नाराजगी व्‍यक्‍त की है। भारत को चिंता यूएई और सऊदी अरब को लेकर है, क्‍यों विरोध करने वालों में सऊदी और यूएई का नाम भी सामने आया है। भारत का सऊदी और यूएई से मधुर संबंध है। ऐसे में भारत के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वह सऊदी और यूएई के साथ अपने संबंधों को कैसे आगे बढ़ाए। आइए जानते हैं कि इस मसले पर भारत की कूटनीतिक चुनौती क्‍या है। क्‍या भारत सऊदी और यूएई से अपने संबंधों को सामान्‍य कर सकेगा। इन सब मामलों में विशेषज्ञों की क्‍या राय है।

1- विदेश मामलों के जानकार प्रो हर्ष वी पंत ने कहा कि यह भारतीय विदेश नीति के लिए बड़ी चुनौती होगी। खासकर यूएई और सऊदी अरब को लेकर भारत की चिंता बड़ी होगी। खाड़ी के इन दो मुल्‍कों के साथ भारत के मधुर संबंध है। इस मामले की आंच अब इस संबंधों तक पहुंच रही है। प्रो पंत ने कहा खास बात यह है कि कि दोनों मुल्‍कों ने बेहद कठिन समय में भारत का साथ दिया है। उन्‍होंने कहा कि अनुच्‍छेद 370 को लेकर जब पाकिस्‍तान समेत दुनिया के तमाम इस्‍लामिक मुल्‍कों ने भारत का विरोध किया था उस वक्‍त सऊदी अरब और यूएई भारत के साथ खड़ा था। ऐसे में यह देखना दिलचस्‍प होगा कि भारत इस कूटनीतिक चुनौती को किस रूप में लेता है।

2- प्रो पंत ने कहा कि खाड़ी देशों के साथ भारत के मधुर संबंध हैं। कई देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय रिश्‍ते हैं। खाड़ी देशों में सर्वाधिक भारतीय रहते हैं, जो भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था के लिए काफी खास है। ऐसे में खाड़ी देशों की नाराजगी भारत के लिए काफी अहम है। इसके अलावा खाड़ी देशों के कई मुल्‍क कश्‍मीर मामले में भारत के दृष्टिकोण का समर्थन करते हैं। इतना ही नहीं कई खाड़ी देश पाकिस्‍तान समर्थित आतंकवाद का विरोध करते हैं। इसको लेकर पाकिस्‍तान को काफी मलाल रहता है। सऊदी अरब, इजरायल और अमेरिका का गठबंधन चीन और पाकिस्‍तान को अखरता रहा है। ऐसे में इस मसले को सुलझाने के लिए भारत को बहुत फूंक-फूंक कर कदम रखना होगा। यह भारत का खाड़ी देशों के संबंधों के लिए बेहतर होगा।